गुरुग्राम: महिलाएं देश के विकास में बराबर की भागीदार है: राखी बुद्धिराजा

फोटो नंबर-03: गुरुग्राम (Gurugram)विवि में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय सेमीनार का शुभारंभ करते अतिथि.

-समाज में महिलाओं की भागीदारी निश्चित रूप से बढ़ रही है: प्रो. दिनेश कुमार

-गुरुग्राम (Gurugram)विवि में महिला दिवस के उपलक्ष में हुआ राष्ट्रीय सेमीनार

गुरुग्राम, 13 मार्च . गुरुग्राम (Gurugram)विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार (Monday) को एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ऑफ इंडिया की एडवोकेट राखी बुद्धिराजा, दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. (डॉ.) वागेश्वर एमडीयू रोहतक (Rohtak) की प्रो. रश्मि मलिक एवं वरिष्ठ पत्रकार दीपिका नारायण भारद्वाज ने शिरकत की. कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक के रूप में शिरकत की.

मुख्य वक्ता सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) की एडवोकेट राखी बुद्धिराजा ने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. महिलाएं इस समय हर क्षेत्र में अग्रसर हैं. उन्होंने छात्राओं को शिक्षा के माध्यम से जागरूक रहने तथा सशक्त होने की बात कहते हुए बताया कि किस प्रकार से शिक्षित होकर स्वयं जागरूक रहते हुए समाज को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभा सकती हैं. उन्होंने आगे कहा की महिलाएं देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है. देश के विकास में भी बराबर की भागीदार हैं.

दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. (डॉ.) वागेश्वर ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा और उनका सम्मान मुख्य आवश्यकता है. महिलाओं की सहभागिता सभी क्षेत्रों में केवल गुणात्मक ही न रहे, बल्कि संख्यात्मक रूप से भी बढे, जिसके लिए महिलाओं द्वारा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से किए गए कार्यों की पहचान कर उन्हें सम्मान देना आवश्यक है. वरिष्ठ पत्रकार दीपिका नारायण भारद्वाज ने महिलाओं के अधिकारों के बारे में छात्राओं को विस्तार से जानकारी दी .

कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम हर वर्ष विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किए जाते हैं. इस प्रकार के आयोजन महिलाओं को सशक्त व स्वावलंबी बनाते हैं. कुलपति ने कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी निश्चित रूप से बढ़ रही है किंतु अभी भी बहुत कुछ प्राप्त करना शेष है. उन्होंने इस एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के सफल आयोजन के लिए सभी को शुभकामनाएं व बधाई दी.

/ईश्वर