ब्रिसबेन . ब्रिसबेन टैस्ट के तीसरे दिन वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर के बीच सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी के चलते भारत ने मैच में जबर्दस्त वापसी कर ली है. खबर लिखे जाने तक मैचे के तीसरे सत्र में भारत 7 विकेट के नुकसान पर 309 रन बना चुका है.
भारत अब पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया से केवल 60 रन पीछे है. वॉशिंगटन सुंदर ने अपना पहले ही मैच खेलते हुए अर्द्धशतक जमाया. जबकि ठाकुर ने छक्का लगाकर अपना अर्द्धशतक पूरा किया था. उन्हें पैट कमिंस ने 67 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड किया.
अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे वॉशिंगटन सुंदर को उनकी बल्लेबाजी क्षमता की वजह से भी टीम में शामिल किया गया था. और उन्होंने अभी तक इसे सही साबित किया है. वहीं शार्दुल ने भी दिखाया है कि वह भी बल्लेबाजी करने का दम रखते हैं.
वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर के बीच सातवें विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी हुई है. यह सातवें विकेट के लिए भारत की ओर से ब्रिसबेन के मैदान पर सबसे बड़ी साझेदारी हो गई है. इससे पहले यह रेकॉर्ड कपिल देव और मनोज प्रभाकर के नाम था.
साल 1991 में कपिल और प्रभाकर ने 58 रन की साझेदारी की थी. यह दोनों जब क्रीज पर साथ आए थे तो स्कोर 83 रन था और जब यह साझेदारी टूटी तो 141 रन बोर्ड पर थे. तीसरे नंबर पर महेंद्र सिंह धोनी और रविचंद्रन अश्विन का नाम आता है. इन दोनों ने 2014 में 57 रन जोड़े थे.
भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में सातवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रेकॉर्ड रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के नाम है. इन दोनों ने साल 2019 में सिडनी में 204 रन की बड़ी साझेदार की थी वह मैच बारिश के कारण धुल गया था और ड्रॉ रहा था.