
माडल के हिसाब से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का होगा कार्य
55-55 लोगों की चार टीमों ने सहजादपुर कननी में प्राप्त किया प्रशिक्षण
जनपद के 134 ग्राम पंचायतों में शहर जैसी सुविधा उपलब्ध करवाना उद्देश्य
मीरजापुर, 14 मार्च . बुंदेलखंड के माडल से मीरजापुर की धरा को तृप्त करने की कवायद तेज हो गई है. इसी क्रम में जनपद में प्रत्येक ब्लाक से चार-चार टीम को बुलंदशहर (Bulandshahr) के ग्राम पंचायत सहजादपुर कननी भेजने का कार्य जारी है. अब तक 55-55 लोगों की चार टीम को रवाना किया जा चुका है जो सहजादपुर कननी स्थित आरबीसी सेंटर में प्रशिक्षण भी प्राप्त कर चुके हैं. उद्देश्य गंगा किनारे स्थित 134 ग्राम पंचायतों के 279 गांवों में शहर जैसी सुविधा उपलब्ध करवाना है.
टीम जनपद बुलंदशहर (Bulandshahr) के ग्राम पंचायत सहजादपुर कननी में विकसित किए गए माडल ग्राम के अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों का स्थलीय अवलोकन करेगी और इसे जनपद के विभिन्न ब्लाकों में लागू किया जाएगा. अब तक पहाड़ी, सिटी व छानबे व कोन ब्लाक के 55-55 सदस्यीय टीम को भेजा जा चुका है. इसके अलावा शौचालय, सोकपिट के साथ ही नाली व पानी शोधन की व्यवस्था भी माडल के अनुरुप की जाएगी. गत दिनों विकासखंड कोन की 20 ग्राम पंचायतों के प्रधान, पंचायत सहायक, सफाईकर्मी, इंजीनियर तथा सहायक विकास अधिकारी पंचायत की 55 सदस्य टीम को बुलंदशहर (Bulandshahr) भेजा गया था.
जिला कंसलटेंट, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गंगा किनारे के गांवों में शहरों जैसी व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा गांवों में गंगा सेवा समिति का गठन किया जाएगा जिसमें में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, दो-दो शासकीय कार्यकर्ता, एक सामाजिक कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह की एक महिला के साथ ही एक संभ्रांत नागरिक को शामिल किया जाएगा. समिति के लोग स्वच्छता पर जोर देंगे और गांव के घाट स्वच्छ रखने के साथ यहां हर दिन गंगा आरती भी की जाएगी.
डीपीआरओ अरविंद कुमार ने बताया कि गंगा किनारे स्थित 134 ग्राम पंचायतों के 279 गांवों में शहर जैसी व्यवस्था हो, इसके लिए हर ब्लाक से अधिकारियों को बुंदेलखंड प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है. वहां माडल के अनुरूप जनपद के गांवों में भी ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया जाएगा.
/गिरजा शंकर