
गुप्तकाशी, 13 मार्च . गैर-सनातनीयों के प्रवेश को प्रतिबंधित करवाने की मांग को लेकर भैरव सेना के द्वारा प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण बुटोला के नेतृत्व में गुप्तकाशी से गौरीकुंड तक तीर्थ बचाओ अभियान के अंतर्गत रविवरा को जनचेतना यात्रा निकाली गई. जिलाध्यक्ष रुद्रप्रयाग प्रदीप नगवाल की अध्यक्षता में गौरीकुंड मंदिर प्रांगण में क्षेत्रीय निवासियों के साथ गोष्ठी की आयोजित की गई.
जनचेतना यात्रा में उपस्थित मुख्य वक्ता तीर्थ बचाओ अभियान के आह्वानकर्ता और भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड धर्म की उद्गम स्थली है, विश्व विख्यात मोक्षधामों में प्रथम पंक्ति में उपस्थित उत्तराखंड में अवैध धार्मिक घुसपैठ सनातन धर्म के मूल मानबिंदुओं के लिए खतरा बनती जा रही है. जब परम्परावादी धार्मिक पंथों के धर्म स्थलों पर अन्य धर्म के लोगों के आने पर प्रतिबंध है, तो हिन्दूओं के बड़े तीर्थ मोक्षधामों पर गैर-सनातनीयों का प्रवेश प्रतिबंधित करना होगा.
प्रदेश अध्यक्ष सागर जयसवाल ने कहा कि अब भैरव सेना ने कमर कस ली है यदि तीर्थ क्षेत्रों में अन्य संप्रदाय के लोगों के द्वारा धार्मिक स्तर पर घुसपैठ की गई तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे और त्वरित कार्रवाई करेंगे. जिसके लिए उत्तराखंड के सभी जिलों से आंदोलन की शुरुआत करेंगे.
/बिपिन सेमवाल