बौद्ध विरासत पर शंघाई सहयोग संगठन देशों की दो दिवसीय सम्मेलन की कल से होगी शुरुआत

बौद्ध विरासत पर शंघाई सहयोग संगठन देशों की दो दिवसीय सम्मेलन की कल से होगी शुरुआत

नई दिल्ली (New Delhi), 13 मार्च .साझा बौद्ध विरासत पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) देशों के साथ मंगलवार (Tuesday) से नई दिल्ली (New Delhi) के विज्ञान भवन में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. 14-15 मार्च को आयोजित किए जाने वाले इस सम्मेलन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) राष्ट्र भाग लेंगे. सम्मेलन का उद्देश्य एससीओ देशों के विभिन्न संग्रहालयों के संग्रह में मध्य एशिया की बौद्ध कला, कला शैलियों, पुरातात्विक स्थलों और पुरातनता के बीच ट्रांस-सांस्कृतिक लिंक को फिर से स्थापित करना है.

साझा बौद्ध विरासत पर चर्चा करने के लिए एससीओ के भारत के नेतृत्व में (एक वर्ष की अवधि के लिए, 17 सितंबर, 2022 से सितंबर 2023 तक) अपनी तरह का यह पहला आयोजन है जिसमें मध्य एशियाई, पूर्वी एशियाई, दक्षिण एशियाई और अरब देशों एक मंच को साझा करेंगे. एससीओ देशों में चीन, रूस और मंगोलिया सहित सदस्य राज्य, पर्यवेक्षक राज्य शामिल हैं. सम्मेलन में 15 से अधिक विद्वान-प्रतिनिधि इस विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे जिसमें चीन के डुनहुआंग रिसर्च एकेडमी, इतिहास, पुरातत्व और नृविज्ञान संस्थान, किर्गिस्तान, धर्म के इतिहास का राज्य संग्रहालय, रूस, ताजिकिस्तान के पुरावशेषों का राष्ट्रीय संग्रहालय, बेलारूसी राज्य विश्वविद्यालय और अंतर्राष्ट्रीय थेरवाद बौद्ध मिशनरी विश्वविद्यालय, म्यांमार शामिल हैं.

उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ द्वारा किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में बौद्ध धर्म के कई भारतीय विद्वान भी भाग लेंगे. प्रतिभागियों को दिल्ली के कुछ ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करने का अवसर भी मिलेगा.

/ विजयालक्ष्मी