
बॉलीवुड (Bollywood) को कई दमदार फिल्में देने वाले रोहित शेट्टी का एक सफल फिल्म निर्माता और निर्देशक बनने का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था. उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. रोहित शेट्टी आज यानी 14 मार्च को अपना 50वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं.
रोहित शेट्टी की मां रत्ना शेट्टी और पिता एमबी शेट्टी फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय थे. रोहित की मां बॉलीवुड (Bollywood) अभिनेत्री थीं. वह, उनके पिता एक स्टंटमैन थे, जिन्होंने कई हिंदी और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय किया था. रोहित शेट्टी के पिता की मृत्यु हो गई जब वह पांच साल के थे. पिता की मृत्यु के बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई. उन्हें घर चलाने के लिए अपना घरेलू सामान भी बेचना पड़ा. इसलिए रोहित शेट्टी को कम उम्र में काम शुरू करना पड़ा.
रोहित शेट्टी ने सहायक निर्देशक के रूप में बॉलीवुड (Bollywood) में प्रवेश किया. महज 17 साल की उम्र में रोहित शेट्टी ने अजय देवगन की फिल्म ‘फूल और कांटे’ में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था. इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘सुहाग’ में अक्षय कुमार के बॉडी डबल का रोल प्ले किया. इसलिए रोहित शेट्टी को फिल्म ‘हकीकत’ में तब्बू की साड़ियां प्रेस करने की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके बाद वह ‘जुल्मी’, ‘प्यार तो होना ही था’, ‘हिंदुस्तान की कसम’ और ‘राजू चाचा’ जैसी फिल्मों का भी हिस्सा रहे. इंडस्ट्री में नाम कमाने के लिए रोहित शेट्टी को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
रोहित शेट्टी ने 2003 में अपने निर्देशन की शुरुआत की. अजय देवगन अपनी पहली फिल्म ‘जमीन’ में नजर आए थे. इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘गोलमाल’ का निर्देशन किया. इस फिल्म ने उनके करियर को नई दिशा दी. इस फिल्म में रोहित शेट्टी के काम को काफी पसंद किया गया था. इसके बाद रोहित शेट्टी ने हिट फिल्मों का सिलसिला शुरू कर दिया. उन्होंने ‘संडे’, ‘गोलमाल रिटर्न्स’, ‘गोलमाल 3’, ‘चेन्नई (Chennai) एक्सप्रेस’, ‘सिंघम’ और ‘बोल बच्चन’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया.
हिन्दुस्थान सामाचार/ लोकेश चंद्रा