तमिलनाडु में झारखंड के प्रवासी मजदूरों से मारपीट की घटना महज अफवाह, आरोपित गिरफ्तार


तमिलनाडु (Tamil Nadu) में झारखंड के प्रवासी मजदूरों से मारपीट की घटना महज अफवाह, आरोपित गिरफ्तार

रांची, 8 मार्च . तमिलनाडु (Tamil Nadu) में प्रवासी मजदूरों को हिंदी बोलने पर पीटने और प्रताड़ित करने का मामला चर्चा में था. विधानसभा में भी यह मामला गूंजा था. अब इस मामले में तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस (Police) ने बुधवार (Wednesday) को बड़ा खुलासा करते हुए इसे एक महज अफवाह बताया है. पुलिस (Police) ने इस मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया है.

प्रवासी मजदूरों से मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस (Police) हरकत में आ गयी और जांच शुरू किया तो पता चला कि फेक वीडियो बनाने वाला शख्स झारखंड का मनोज यादव है. पुलिस (Police) ने जब कड़ाई से पूछताछ की तब उसने बताया कि वो और उनके दोस्तों ने सिर्फ फेमस होने के इरादे से ऐसा किया है. पुलिस (Police) को उसने ये भी बताया कि वो इस राज्य में पिछले 26 वर्षों से है और उसे कोई परेशानी नहीं है. मनोज ने इस हरकत के लिए माफी मांगी है. फिलहाल वह पुलिस (Police) की गिरफ्त में है.

तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस (Police) ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि झारखंड का एक श्रमिक मनोज यादव ने ख्याति पाने के लिए एक झूठा वीडियो बनाया. इस वीडियो में उसने तमिल लोगों द्वारा मारे जाने का एक्टिंग किया है. साथ ही उसने वीडियो को सोशल मीडिया (Media) में अपलोड करके झारखंड सरकार से अपील किया कि उसे वापस झारखंड बुला लिया जाए. जब पुलिस (Police) ने इस वीडियो का अनुसंधान किया तो पाया कि झारखंड का श्रमिक मनोज यादव ने झूठी प्रसिद्धि पाने के लिए इस वीडियो को बनाया.

तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस (Police) ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि बिना जांचे कभी भी किसी भी वीडियो खबर और समाचार पर भरोसा ना करें. आरोपित मनोज यादव को गिरफ्तार कर तांबरम पुलिस (Police) ने जेल भेज दिया है. पुलिस (Police) ने चेतावनी दी है कि कोई भी किसी भी तरह का झूठा और भ्रम फैलाने वाला वीडियो अपलोड ना करें. नहीं तो उस पर तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस (Police) कठोर कानूनी कार्रवाई करेगी.

दरअसल, कुछ दिनों पहले तमिलनाडु (Tamil Nadu) से दो वीडियो सोशल मीडिया (Media) पर तेजी से वायरल हुए, जिसमें दावा किया गया था कि झारखंड और बिहार (Bihar) के कई प्रवासी मजदूरों के साथ यहां पर मारपीट हो रही है. इसका असर अन्य प्रवासी मजदूरों पर पड़ा और वे वापस अपने राज्य की ओर रुख करने लगे. मुख्यमंत्री (Chief Minister) हेमंत सोरेन ने मामले को गंभीरता से लिया. मुख्यमंत्री (Chief Minister) के आदेश पर झारखंड पुलिस (Police) ने राज्य पुलिस (Police) के वरीय एवं कनीय पुलिस (Police) पदाधिकारी तथा श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग ने पदाधिकारियों और राज्य प्रवासी कंट्रोल रूम की सम्मिलित टीम को गत शुक्रवार (Friday) को चेन्नई (Chennai) के लिए रवाना किया.

/ वंदना