kota . बारां जिले के एक कस्बे की निवासी एक किशोरी दोस्त के कहने पर घर से बिना बताए निकली और kota पहुंच गई. उसका दोस्त उसे kota रेलवे स्टेशन पर छोड़ भागा. दो-तीन दिन वह घूमती रही और बाद में खुद ही रेलवे कॉलोनी थाने पहुंच गई.
पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जहां से उसे राजकीय बालिका गृह में अस्थायी आश्रय दिया गया. समिति के रोस्टर सदस्य अरुण भार्गव ने बताया कि रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने एक 15 वर्षीय किशोरी को उनके समक्ष पेश किया. किशोरी ने काउंसलिंग में बताया कि वह बारां जिले के एक कस्बे की रहने वाली है.
दोस्त के कहने पर 8 मार्च को घर से बिना बताए निकल गई और उसके साथ kota आ गई. kota आकर दोस्त घबरा गया और उसे रेलवे स्टेशन पर छोडकऱ चला गया. वह दो-तीन दिन रेलवे प्लेटफॉर्म पर घूमती रही. उसके बाद रेलवे कॉलोनी थाना पहुंच गई. किशोरी ने बताया कि उसके पिता खेती करते हैं. दो बहन और भाई हैं. वह दोस्त के कहने पर घर से निकल कर आ गई थी. वह घर जाना चाहती है. परिजनों को सूचना कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
