जांजगीर-चांपा/रायपुर (Raipur), 13 मार्च .छत्तीसगढ़ के उज्जैन समझे जाने वाले जांजगीर जिले के पीथमपुर में बाबा कलेश्वर नाथ की बारात के बाद रंग पंचमी के दिन से 15 दिवसीय मेले की शुरुआत हो गई.जिसमें प्रदेश भर से दर्शनार्थी शामिल होने पहुँच रहे हैं.
रंग पंचमी के दिन पीथमपुर गांव में बाबा कलेश्वर नाथ की बारात धूमधाम से निकाली गई. परंपरा के अनुसार इस अवसर पर देश के अलग-अलग अखाड़ों के नागा साधुओं ने शौर्य का प्रदर्शन किया.जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग दूर-दूर से पहुंचे. मान्यता है कि बाबा कलेश्वर नाथ के दर्शन मात्र से निसंतानों को संतान की प्राप्ति होती है. पेट संबंधी पुराने से पुराने रोग भी ठीक होते हैं.
.पीथमपुर में शिव बारात निकालने की पुरातन परंपरा चली आ रही है, यह बारात बाबा कलेश्वर नाथ मंदिर प्रांगण से प्रारम्भ हो कर वापस मंदिर में समाप्त होती है. बारात के दौरान चांदी (Silver) से बनी विशाल पालकी में बाबा कलेश्वर नाथ को नगर भ्रमण कराया जाता है. हसदेव नदी के तट पर प्रतिमा को स्नान करा कर महा आरती की जाती है और फिर वापस मंदिर में स्थापित किया जाता है.
/केशव शर्मा