


-इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद के मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां मुरादाबाद (Moradabad) में पत्रकारों से हुए रूबरू
-बरेली (Bareilly) से 15 मार्च को अपनी प्रस्तावित तिरंगा यात्रा की तैयारी को लेकर शनिवार (Saturday) शाम को मुरादाबाद (Moradabad) पहुंचे तौकीर
मुरादाबाद (Moradabad) , 11 मार्च . इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद के मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि पूरे देश में दस लाख से अधिक मुस्लिम लड़कियों को लालच देकर, बहकाकर और अगवा करके उनकी हिंदू लड़कों से शादी करा दी गई. इसे घर वापसी का नाम दिया गया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) (Prime Minister Narendra Modi) के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि पीएम से सवाल करता हूं कि ऐसा कर हिंदू लड़कों ने क्या हिंदू समाज की लड़कियों का हक नहीं मारा. ऐसा करने वाले और उनकी हिमायत करने वाले न तो हिंदू समाज के हितैषी हैं और न देश के, वो देश के गद्दार हैं.
मौलाना तौकीर रजा शनिवार (Saturday) को बरेली (Bareilly) से 15 मार्च को अपनी प्रस्तावित तिरंगा यात्रा की तैयारियों को लेकर शनिवार (Saturday) शाम को तहसील स्कूल स्थित खानकाहे जामिया अशरफिया स्थित दरगाह पहुंचे थे. वहां चादरपोशी की और अपने मुरीदों से मिले. पत्रकारों से मुखातिब हुए आईएमसी के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि इस देश में कानून सबके लिए बराबर है. सरकार जब खालिस्तान की मांग करने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करती है तो हिंदू राष्ट्र की मांग करने वालों पर भी देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए, लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) (Prime Minister Narendra Modi) का सबका साथ, सबका विकास का नारा पूरी तरह झूठा है. कुछ कट्टरवादी हिंदू देश में नफरत का बीज बो रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह किसी कीमत पर देश को बंटने देना नहीं चाहते हैं.
मौलाना तौकीर रजा ने आगे कहा कि जो लोग हिंदू-मुस्लिमों को बांटना चाहते हैं, उनकी शिनाख्त कर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार मुस्लिमों के साथ इंसाफ नहीं कर रही है. जिन मुस्लिमों का कत्ल हुआ है, उनका कत्ल करने वालों के घर पर भी बुलडोजर चलना चाहिए, आरोपितों की गिरफ्तारी होनी चाहिए. तौकीर रजा आगे बोले कि देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए वह 15 मार्च को बरेली (Bareilly) से तिरंगा लेकर पैदल दिल्ली तक यात्रा करेंगे. 20 मार्च को दिल्ली पहुंच कर राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगे. उन्होंने देश से प्रेम करने वाले और संविधान में यकीन रखने वाले लोगों से इस यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया.