मिथिला मैथिली के सशक्त अभियानी हरि शंकर तिवारी राजस्थान मे सम्मानित


सहरसा-सम्मानित

सहरसा,09 मार्च . जिला के सत्तर कटैया प्रखंड बहाशेर पंचायत मझोल निवासी हरि शंकर तिवारी को अपने क्षेत्र वासियों के संस्कृति व समस्याओं को अपने कविताओ एवं गीतों के साथ साथ समाज सेवियों सह सरकार के साथ लगातार संवाद बनाए रखने के लिए भारत सरकार के दो डायरेक्टर जनरल संयुक्त रूप से मोमेंटो देकर सम्मानित किया.

डॉक्टर (doctor) एस ग्लोरी स्वरूपा, डायरेक्टर जनरल एम एस एम ई ने कहा कि इनके शब्द ओरेगेनिक थे. जो सहज ही समझा जा सकता था. इनके आवाज़ युवाओं को अंदर से उत्साह पैदा करती स्पष्ट प्रतीत हो रही थी.

दूसरे डायरेक्टर जनरल ने एम ए एन ए जी ई ने कहा वीर रस में इनकी कविता भय भूख और भ्रष्टाचार हाइड्रोजन बम धमाके की तरह गिरती प्रतीत होती थी.शंकरा ग्रुप ऑफ इंस्टूशन के चेयरमैन ने हरि शंकर तिवारी को मिथिला मैथिली का एक बुलंद आवाज़ बताया. साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोशी कमिश्नरी सहरसा के लिए इनके सभी कार्यक्रमों को सतत सहयोग देने की बात कही.

अलग अलग कटेगरी के एक सौ आठ लोगों को शंकरा ने प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो और चेक प्रदान करने के लिए विशिष्ट अतिथियों में पूर्व राज्यपाल डी वाई पाटिल, एसबीआई के एमडी आलोक कुमार चौधरी, जस्टिस गोवर्धन वर्धव,प्रो एस के सिंह, कुलपति राजेश मिश्रा, सी जे एम विपिन सिंह, एफ जी एम यू बी आई अंबारिस एस विद्यार्थी, कुलपति बी टी यू नरेंद्र चौधरी जी टी यू असम,बलराज सिंह कुलपति कृषि विश्वविद्यालय जयपुर (jaipur), जोबने अबेग्री ग्रेबा रसियन फेडरेशन ऑफ इंडिया, शिव शंकर शुक्ला, सिप्रा जी, अजित कुमार झा चीफ एडिटर प्रवासी इंडियन एवम जयपुर (jaipur) के एम एल ए रफीक खान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे. इस अवसर पर संत कुमार चौधरी ने कहा कि हमने देश को 51 संस्थान दिए हैं और शंकरा का लक्ष्य 108 का है जिसमें बिहार (Bihar) के कोसी प्रमंडल मिथिला में भी बनना तय है.