कथाकार मुरारी शर्मा के उपन्यास देबकू एक प्रेमकथा का हुआ विमोचन

कथाकार मुरारी शर्मा के उपन्यास देबकू एक प्रेमकथा का हुआ विमोचन

मंडी, 13 मार्च . विश्व पुस्तक मेले में अपनी उपस्थिति का अहसास दिलाते हुए चर्चा में रही वरिष्ठ साहित्यकार मुरारी शर्मा की पुस्तक देबकू एक प्रेमकथा का विमोचन सरदार पटेल विश्व विद्यालय परिसर में इतिहास विभाग के छात्रों के बीच किया गया. एसपीयू के कुलपति आचार्य डा. देवव्रत शर्मा ने इस उपन्यास का विमोचन किया.

इस अवसर पर डा. राकेश शर्मा ने कहा कि सरदार विश्व विद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा इस पुस्तक का विमोचन इसलिए करवाया गया. क्योंकि यह पुस्तक मंडी जनपद के लोकगीत पर आधारित होने के अलावा इसमें इतिहास, संस्कृति, सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों का वर्णन किया गया है.

उन्होंने बताया कि सौ साल पहले की इस घटना को लेखक ने इतिहास का विद्याार्थी न होने के बावजूद जिस तरह से प्रस्तुत किया है,वह अपने आपमें सराहनीय है . वहीं पर इतिहास के विद्यार्थियों और शोधार्थियों के लिए यह पुस्तक मददगार साबित होगी.

कथाकार मुरारी शर्मा ने कहा कि यह एक ऐसी अनूठी प्रेम कहानी है जो गीत बनकर सदा-सदा के लिए अमर हो गई. यह ऐसा लोकगीत है जो इस जनपद के समय और समाज की झलक दिखाता है, बल्कि तत्कालीन समाज के नजरिए को भी दर्शता है. उन्होंने कहा कि यह कहानी उस समय की है जब ब्रिटिश सामराज्यवाद ईस्ट इंडिया कंपनी के कंधे पर सवार होकर हिदुस्तान से होते हुए चीन के द्वार पर दस्त दे चुका था. प्रथम विश्व युद्ध का बिगुल बज चुका था और चीनी क्रांति जैसी सदी की बड़ी घटनाओं के बीच सुदूर पहाड़ों के अंचल में इस प्रेम कहानी की पटकथा लिखी जा रही थी.

उन्होंने बताया कि देबकू साधारण घराने की रूपवती महिला थी. उसकी जिंदगी में एक के बाद एक तीन पुरुषों के किरदार भी अलग-अलग थे. देबकू की यह प्रेम कथा नारी जीवन के संघर्ष, उस दौर में महिला सशक्तिकरण और सौंदर्यबोध की अनूठी दास्तां है.

/मुरारी