
रांची, 14 मार्च . सदन में मंगलवार (Tuesday) को झामुमो विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी ने डिग्री कॉलेजों की कमी का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य के प्रत्येक प्रखंड में एक डिग्री कॉलेज खोलने का संकल्प लिया था. कई जगहों पर कॉलेज भवन बनकर भी तैयार हैं लेकिन हस्तांतरित नहीं होने के कारण बेकार पड़े हैं. आखिर सरकार इन भवनों का कब उपयोग करेगी.
इस पर सरकार की ओर से जवाब दिया गया कि नये बने हुए डिग्री और महिला कॉलेजों में प्राचार्य, सहायक शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मियों के पदों के सृजन की स्वीकृति 18 नवंबर, 2022 को दी गई है.
डीवीसी विस्थापितों को कब मिलेगा जमीन का पट्टा : उमाशंकर अकेला
बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने सदन में कहा कि तिलैया जलाशय निर्माण के दौरान चौपारण प्रखंड के हराई और बहमर गांव के लोगों को विस्थापित कर श्रीनगर (Srinagar) गांव में बसा दिया गया. ऐसा साल 1951-52 में किया गया. अब तक उन्हें जमीन के कागजात नहीं दिए गए. इस वजह से वे कई लाभ से वंचित रह जा रहे हैं. इसके जवाब में कल्याण मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि एक माह के भीतर इसकी जांच करायी जाएगी और नियम संगत लाभ दिया जाएगा.
संताली भाषा के शिक्षकों की होगी नियुक्ति : समीर मोहंती
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान विधायक समीर मोहंती ने पूर्वी सिंहभूम के तीन उत्कृष्ट और 19 मॉडल स्कूलों में शिक्षक नियुक्ति का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि यहां स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है लेकिन इस नियुक्ति में संताली भाषा के शिक्षक नहीं हैं. इस सवाल का जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि 27 जनवरी को जारी पत्र के आधार पर संताली भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पद सृजन शुरू किया गया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि अगले महीने नियुक्ति हो जाएगी.
/ वंदना