उत्तराखंड बजट सत्र: आर्थिक सर्वेक्षण में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 3.02 करोड़ अनुमानित

उत्तराखंड बजट सत्र: आर्थिक सर्वेक्षण में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 3.02 करोड़ अनुमानित

-विधानसभा में प्रस्तुत हुआ राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण

-वर्ष 22-23 में विकास दर 7 प्रतिशत रहने की संभावना है

देहरादून (Dehradun) , 14 मार्च . आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 विधानसभा सत्र में प्रस्तुत किया गया, जिसमें भारतीय अर्थव्यवस्था में वर्ष 21-22 के अनंतिम अनुमान के अनुसार 8.7 वृद्धि आंकी गई थी जबकि वर्ष 22-23 में विकास दर 7 प्रतिशत रहने की संभावना है. सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 21-22 में 236.65 लाख करोड़ और 2022-23 में 273.08 लाख आंका गया है.

स्थिर भाव पर जीडीपी 21-22 में 167.36 लाख करोड़ की तुलना में वर्ष 2022-23 में लगभग 157.60 लाख करोड़ रहने का अनुमान है. सदन में प्रस्तुत इस आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि वर्ष 2022-23 के दौरान मूल्य संवर्द्धन में वृद्धि मुख्यत: खनन एवं उत्खनन क्षेत्र में 37.4 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र में 8.1 प्रतिशत व्यापार, होटल, परिवहन एवं संचार सेवाओं में 24.4 प्रतिशत आंकी गई है जबकि बिजली, गैस पानी और अन्य उपयोगी सेवाएं 29.4 प्रतिशत, वित्त, रियल स्टेट और व्यवसायिक सेवाएं 14.4 प्रतिशत तथा कृषि, वन व मत्स्य क्षेत्र में 12.5 प्रतिशत अनुमानित की गई है.

उत्तराखंड की विधानसभा में प्रस्तुत इस आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि संरचनात्मक दृष्टि से वर्ष 2022-23 में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 29.96 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र का योगदान 25.63 प्रतिशत तथा तृतीयक क्षेत्र का योगदान 53.41 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है. इसी प्रकार देश में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2021-22 में 150007 थी वह 2022-23 में 13.7 प्रतिशत वृद्धि की दर से एक लाख 70 हजार 620 होने का अनुमान है.

आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था कृषि, बागवानी, पशुपालन, वन, खनन, विनिर्माण, निर्माण, व्यापार, होटल, रेस्टोरेंट तथा अन्य सेवा क्षेत्रों पर आधारित है. इन क्षेत्रों के उत्पादन में उतार चढ़ाव के कारण अर्थ व्यवस्था पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है. सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ सभ्यता, विरासत, व्यापार, उदारीकरण एवं अन्य उपायों से न केवल प्रतिस्पर्धी माहौल में वृद्धि हुई है अपितु राज्य की अर्थ व्यवस्था में मजबूत प्रदर्शन देखा गया है, जिसके कारण प्रदेश एक मजबूत अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर है.

उत्तराखंड राज्य की विकास दर 2021-22 के अनंतिम अनुमान के अनुसार 5.38 प्रतिशत की वृद्धि आंकी गई थी जबकि 21-22 में इसमें 7.05 प्रतिशत वृद्धि रहने का अनुमान है. 2020-21 में अनंतिम अनुमान के अनुसार राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 2,38,857 आंका गया था, जिसकी तुलना में 21-22 में यह 265488 करोड़ रहने का अनुमान है. वर्ष 20-21 में 179538 करोड़ सकल घरेलू उत्पाद 21-22 में बढ़कर 192203 करोड़ अनुमानित है जो पिछले वर्ष की तुलना में 7.5 प्रतिशत बढ़ा है. इसी प्रकार सकल घरेलू उत्पाद 21-22 में निर्माण पर 17.15 प्रतिशत, बिजली गैस पानी आदि उपयोगी सेवाओं पर 13.34 प्रतिशत, लोक प्रशासन 9.80 प्रतिशत, परिवहन भंडारण संचार आदि में 7.40 प्रतिशत, व्यवसायिक सेवाओं में 8.44 प्रतिशत, अन्य क्षेत्र में 5.35 प्रतिशत उच्च वृद्धि दर आंका गया है जबकि वित्तीय क्षेत्र में यही आंकलन 4.20 प्रतिशत, व्यापार होटल, जलपान गृह आदि क्षेत्रों में 3.73 प्रतिशत आंकी गई है.

राज्य की अर्थव्यवस्था संरचनात्मक अध्ययन करने पर वर्ष 21-22 में अनंतिम अनुमानों के अनुसार प्राथमिक क्षेत्र का योगदान 12.36 प्रतिशत, द्वितीयक क्षेत्र का योगदान 46.21 प्रतिशत और तृतीयक क्षेत्र का योगदान 41.43 प्रतिशत रहा है. इसी प्रकार 20-21 में राज्य की प्रति व्यक्ति आय 185761 आंकी गई थी वही 21-22 में बढ़कर 205840 अनुमानित है.

आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि वर्ष 22-23 के बजट अनुमान के अनुसार कुल राजस्व प्राप्तियां 51.474 करोड़ है जो 21-22 के अपुनरीक्षित अनुमान के अनुसार 43701 करोड़ से 17.79 प्रतिशत अधिक है. इस पूर्वानुमान में कहा गया है कि केन्द्रीय करों में राज्य का भाग 2022-23 में 9130,16 करोड़ आंका गया है जबकि 22-23 में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 3.02 लाख करोड़ अनुमानित किया गया है एवं आर्थिक विकास दर 7.08 प्रतिशत अनुमानित है. इस परिप्रेक्ष्य में राज्य के प्रति व्यक्ति आय में भी 10.5 प्रतिशत की वृद्धि आंकी गई है जबकि आधार पर यह 2 लाख 33 हजार हो जाएगी.

/साकेती/रामानुज