
–राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
प्रयागराज, 13 मार्च . उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘समावेशन और स्थिरता : आत्मनिर्भर भारत का निर्माण’ का उद्घाटन मुख्य अतिथि लखनऊ (Lucknow) विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने किया. उन्होंने कहा कि बिना आम आदमी को सम्मिलित किये हम सतत विकास की बात नहीं कर सकते. आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह जरुरी है कि हर स्तर पर सभी लोगों को उनके अनुरूप कार्य दिए जाएं.
मुक्त विवि के प्रबंधन अध्ययन विद्या शाखा के तत्वावधान में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली (New Delhi) द्वारा आयोजित सम्मेलन में मुख्य वक्ता डरबन, दक्षिण अफ्रीका के प्रो. रविंदर रैना ने बीज वक्तव्य देते हुए स्थिरता के चार स्तंभों पर चर्चा की. कहा कि हमारे पास एक सामान्य धरती माता है. उन्होंने एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए साथ आने के लिए भी प्रेरित किया. विशिष्ट अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. सी.के जग्गी ने कहा कि नीतियां तो हमारे पास हैं लेकिन क्रियान्वयन की कमी के कारण हम पिछड़ गए हैं. हमें ऐसे स्मार्ट नागरिक बनाने पर जोर देना है जो पहले कर्तव्य निभाए.
अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राजर्षि टंडन मुक्त विवि की कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय विभिन्न हितधारकों यानी कैदियों, ट्रांसजेंडर, विकलांग, महिलाओं और 18 से 80 आयु वर्ग के लोगों को समावेशी शिक्षा प्रदान कर रहा है. इस तरह नामांकन में वृद्धि हुई है जो सकल नामांकन अनुपात में और सहायक है. अतिथियों का स्वागत सह संयोजक प्रोफेसर ए के मलिक ने किया तथा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में संयोजक डॉ ज्ञान प्रकाश यादव ने जानकारी दी. संचालन डॉ स्मिता दीक्षित तथा धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव प्रो. जे.पी यादव ने किया.
मुक्त विवि के पीआरओ डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि इस दौरान विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किए गए. जिनमें डरबन स्कूल ऑफ़ टेक्नोलॉजी, डरबन दक्षिण अफ्रीका के प्रो. रविंद्र रैना ने द रोल ऑफ इंडस्ट्री 4.0 इन द सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर तथा डॉ रजनीश रत्ना, डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान ने कॉम्पटेन्सी बेस्ड टीचिंग लर्निंग प्रोसेस तथा मिस सुम्बुल मसूद, चेयरपर्सन प्रयाग चैप्टर आफ एनआईआरसी आफ आईसीएसआई प्रयागराज (Prayagraj)ने कॉरपोरेट गवर्नेंस फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर विचार व्यक्त किए. इन सत्रों की अध्यक्षता प्रो. इंद्रजीत घोषाल पूर्णिमा यूनिवर्सिटी जयपुर (jaipur) राजस्थान, डॉ सरोज यादव इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रो. पी के पांडेय तथा डॉ दिनेश सिंह मुक्त विवि ने की. दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन 14 मार्च को होगा.
/विद्या कान्त