
राजौरी, 08 मार्च . जम्मू (Jammu) संभाग के राजौरी जिले के डांगरी गांव के निवासियों ने इस साल की शुरुआत में आतंकियों द्वारा सात लोगों कीहत्या (Murder) के बाद मंगलवार (Tuesday) को होली नहीं मनाई. स्थानीय सरपंच धीरज शर्मा ने कहा कि हम अभी भी शोक में हैं और इस साल पूरे गांव ने होली समारोह से दूर रहने का फैसला किया है. जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार (Tuesday) को होली मनाई गई.
स्थानीय सरपंच धीरज शर्मा ने कहा कि होली से दूर रहना क्षेत्र के सभी लोगों की नैतिक जिम्मेदारी है. पूरा गांव पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है. पूरा गांव मारे गए मासूमों के प्रति सम्मान व्यक्त कर रहा है, जिसमें एक पिता-पुत्र, दो नाबालिग चचेरे भाई, दो भाई और एक पूर्व सैनिक शामिल हैं.
सरोज बाला जिसने अपने दोनों बेटों दीपक शर्मा और प्रिंस शर्मा को आतंकियों द्वारा की गई गोलीबारी में खो दिया अपने घर में अकेली बची हैं ने ग्रामीणों को उनके साथ खड़े रहनेे के लिए धन्यवाद दिया. सीरोज बाला ने कहा कि मैंने अपने बेटों को खो दिया है लेकिन पूरा गांव मेरे साथ है और हर किसी ने हर संभव मदद की है.
उन्होंने कहा कि हमलावर अब भी फरार हैं लेकिन मुझे यकीन है कि हमारी सेना उन्हें खत्म कर देगी.
बता दें कि आतंकियों ने एक जनवरी को गांव पर हमला किया और एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को पीछे छोड़ते हुए घटनास्थल से भागने से पहले एक विशेष समुदाय के कई घरों को निशाना बनाया.
आतंकियों द्वारा घरों को निशाना बनाते समय की गई गोलीबारी में पांच लोग मारे गए जबकि दो अन्य अगली सुबह आईईडी विस्फोट में मारे गए. दोहरे हमले में कुल 14 ग्रामीण घायल हुए थे.