पवागढ़ के कालिका मंदिर में छिले नारियल ले जाने पर रोक, श्रद्धालुओं में नाराजगी

कालिका माता

अहमदाबाद (Ahmedabad)/पावागढ़, 14 मार्च . पंचमहाल जिले की हालोल तहसील के शक्तिपीठ कालिका माता मंदिर में श्रद्धालु छिले नारियल लेकर नहीं जा सकेंगे. पावागढ़ मंदिर ट्रस्ट के इस निर्णय से श्रद्धालुओं में रोष है. मंदिर और आसपास के क्षेत्र में स्वच्छता को लेकर यह निर्णय किया गया है.

कालिका माताजी मंदिर ट्रस्ट पावागढ़ ने सूचना जारी की है कि 20 मार्च, 2023 से कोई भी व्यक्ति अपने साथ छिले हुए नारियल मंदिर में नहीं ले जा सकेगा. श्रद्धालु पूरा नारियल (छिलके के साथ) माताजी को अर्पित कर अपने साथ घर ले जा सकेंगे. जिन व्यापारियों के पास छिला हुआ नारियल पाया जाएगा, उनके विरुद्ध पवित्र स्थान में स्वच्छता रखने में सहयोग नहीं देने और गंदगी करने को लेकर सरकार के संबंधित अधिकारी नियमानुसार जुर्माना वसूलेंगे. कोई भी श्रद्धालु छिले नारियल लेकर मंदिर नहीं आए, इसके लिए शक्तिद्वार से दुधिया तालाब तक जांच की जाएगी. ट्रस्ट ने यह निर्णय मंदिर में स्वच्छता को बनाए रखने के लिए किया है. मंदिर ट्रस्ट के इस निर्णय का व्यापारियों ने विरोध किया है.

यह है बड़ा कारण

होली के बाद दूसरे दिन पावागढ़ पहाड़ पर भीषण आग लगी थी. यह आग कचरे के ढेर में लगी, जिसमें बड़ी मात्रा में नारियल के छिलके शामिल थे. ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं हो, इस वजह से प्रशासन ने छिले नारियल लेकर जाने पर ही रोक लगा दी है. दूसरी ओर श्रद्धालुओं का कहना है कि सफाई का कांट्रेक्ट निजी एजेंसी को देने के बावजूद सही ढंग से सफाई नहीं होती है.

/ बिनोद पांडेय