नई प्रीपेड योजना के तहत उपयोक्ता रोजाना अधिकतम 30 मिनट के लिए एक एमबीपीएस की स्पीड पर इंटरनेट का उपयोग कर सकता है. इसके बाद 34 एमबीपीएस स्पीड तक के लिए उपयोक्ता को बेहद कम शुल्क का भुगतान करना होगा. एक दिन के लिए 10 रुपये में पांच जीबी, पांच दिन की वैधता के साथ 20 रुपये में 10 जीबी, पांच दिन की वैधता के साथ 30 रुपये में 20 जीबी, 10 दिन की वैधता के साथ 40 रुपये में 20 जीबी, 10 दिन की वैधता के साथ 50 रुपये में 30 जीबी और 30 दिनों की वैधता के साथ 70 रुपये में 60 जीबी डेटा का उपयोग किया जा सकता है.
रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने कहा कि हमारी योजना सभी स्टेशनों को रेलवायर वाईफाई से जोड़ने की है. उन्होंने कहा कि डेटा योजना इस तरह से बनाई गई है कि कोई भी उपयोक्ता अपनी जरूरत के हिसाब से चुन सकता है. प्रीपेड भुगतान के लिए नेट-बैंकिंग, ई-वॉलेट और क्रेडिट कार्ड किसी का भी उपयोग किया जा सकता है. इसे ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है. चावला ने बताया कि कोविड-19 (Covid-19) से पहले हर महीने करीब तीन करोड़ लोग इस योजना का उपयोग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हालात सामान्य होने और यात्रियों (Passengers) की संख्या पहले की तरह होने पर प्रीपेड वाईफाई सेवा से 10-15 करोड़ रुपये वार्षिक राजस्व प्राप्त होने का अनुमान है.