
अगले चार दिनों में ब्रह्मांड के दो बड़े ग्रह मंगल व शनि देव का परिवर्तन होने जा रहा है. एक सोमवार को तो लाल ग्रह मंगल देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और दो दिन बाद बुधवार को शनिदेव शतभिषा नक्षत्र में आएंगे. इन दोनों ग्रहों को भूमि व भवन का स्वामी माना जाता है. ज्योतिषियों की माने तो यह परिवर्तन प्रॉपर्टी सेक्टर में फायदेमंद साबित होगा. साथ ही मंगल के राशि परिवर्तन और शनि देव के नक्षत्र परिवर्तन से सभी 12 राशियां भी प्रभावित होगी.
15 को राहु के नक्षत्र शतभिषा में गोचर करेंगे शनिदेव
ज्योतिषाचार्य कमलेश बिलोना ने बताया कि शनिदेव को कर्मफल दाता और न्याय का स्वामी माना जाता है. शनि अपने गोचर में जिस भाव से गुजरते हैं, उसके जुड़े संघर्ष बढ़ा देते हैं. अब शनि महाराज अपने मित्र राहु के नक्षत्र शतभिषा में गोचर करने जा रहे हैं. ऐसे में शनि के फलों में वृद्धि होगी. जिनकी कुंडली में शनि शुभ भावों के स्वामी हैं, उन्हें अचानक बहुत बड़ा लाभ मिल सकता है. शनिदेव बुधवार 15 मार्च को सुबह 11:40 पर शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण में प्रवेश करेंगे. यहां शनिदेव 17 अक्टूबर तक रहेंगे. शनिदेव मार्च के महीने में 27 नक्षत्रों में से चौबीसवें नक्षत्र शतभिषा में प्रवेश करनेवाले हैं. शतभिषा नक्षत्र कुंभ राशि के अंतर्गत आता है और इस पर राहु का शासन है. शनि देव 15 मार्च की सुबह 11:40 बजे शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण में गोचर करेंगे. शनि महाराज 17 अक्टूबर की दोपहर 1:37 बजे तक यहां रहेंगे.
राशि परिवर्तन से कई राशियों को मिलेगा लाभ
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि मंगल ग्रह 13 मार्च को सुबह 05:33 मिनट पर मिथुन राशि में विराजमान होंगे. साथ ही 10 मई को दोपहर 02:13 मिनट पर कर्क राशि में आएंगे. इसके साथ ही मंगल के इस गोचर से शनि के साथ नवम पंचम योग बन रहा है. मंगल के राशि परिवर्तन करने से कई राशियों को अपार सफलता और लाभ मिलने वाला है. मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामित्व प्राप्त है. यह मकर राशि में उच्च होता है, जबकि कर्क इसकी नीच राशि है. मंगल का प्रभाव भूमि संबंधित व्यापार पर पड़ता है. मंगल व शनि देव के परिवर्तन से प्रॉपर्टी कारोबारियों को खासा फायदा होगा.