
चंडीगढ़, 14 मार्च . राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने गुरु रामदास मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों की जातिवादी टिप्पणियों से परेशान होकर कॉलेज के छात्रावास में एमबीबीएस इंटर्न छात्रा के आत्महत्या की घटना का संज्ञान लिया है. आयाेग ने अमृतसर (Amritsar) जिला प्रशासन के अधिकारियों को नोटिस जारी कर तुरंत कार्रवाई की रिपोर्ट देने को कहा है.
दरअसल, कई समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों से एनसीएससी को मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी कॉलेज के शिक्षकों की लगातार की जा रही जातिवादी टिप्पणियों से परेशान थी, जो कहते थे कि वे उसे डॉक्टर (doctor) नहीं बनने देंगे. इस पर
एनसीएससी आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी कर मंडलायुक्त (जालंधर मंडल), पुलिस (Police) महानिरीक्षक (सीमा रेंज), उपायुक्त (अमृतसर (Amritsar) जिला) और पुलिस (Police) आयुक्त (अमृतसर (Amritsar) जिला) को मामले की जांच करने के लिए कहा. आयोग ने इस मामले पर अब तक की गई कार्रवाई के तथ्यों और जानकारी के आधार पर रिपोर्ट तुरंत, डाक या ईमेल के माध्यम से रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं. सांपला ने अधिकारियों को चेताया कि यदि कार्रवाई की गई रिपोर्ट निर्धारित समय के भीतर प्राप्त नहीं होती है, तो आयोग भारत के संविधान के अनुच्छेद 338 के तहत उसे दी गई दीवानी कोर्ट की शक्तियों का प्रयोग कर सकता है और दिल्ली में आयोग के समक्ष व्यक्तिगत उपस्थिति के लिए समन जारी कर सकता है.