
हरिद्वार (Haridwar) , 14 मार्च . पंचायती अखाड़ा निरंजनी के स्वामी रामभजन वन महाराज ने बताया कि शुभयोग में चैत्र नवरात्रि का आगमन होने जा रहा है. इसमें नवरात्रि के दौरान तीन सर्वार्थ सिद्धि योग 23, 27 व 30 मार्च को लगेगा. जबकि अमृत सिद्धि योग 27 और 30 मार्च को लगेगा.
रवि योग 24, 26 व 29 मार्च को लगेगा और नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी के दिन गुरु पुष्य योग भी रहेगा. इसके साथ इस वर्ष मां दुर्गा का आगमन नौका पर होगा. शास्त्रों में मां के इस रूप को भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण करने वाला माना जाता है, इसीलिए चैत्र नवरात्रि सभी के लिए फलदायी साबित होगी.
स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. चैत्र माह और शारदीय नवरात्रि को प्रमुख माना जाता है. चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होता है. इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से प्रारंभ हो रहे हैं. जिसका समापन 30 मार्च को होगा. इस वर्ष मां दुर्गा का आगमन नौका पर होगा. शास्त्रों में मां के इस रूप को भक्तों की समस्त इच्छाएं पूर्ण करने वाला माना जाता है.
उन्होंने बताया कि खास बात ये है कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं. इस समय में घट स्थापना बहुत ही लाभदायक और उन्नतिकारक सिद्ध होगी. चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा तिथि से ही नया हिन्दू वर्ष प्रारंभ हो जाता है. चैत्र नवरात्रि में अबकी बार पूरे नौ दिनों की नवरात्रि होगी.
नवरात्रि के दौरान तीन सर्वार्थ सिद्धि योग 23, 27 व 30 मार्च को लगेगा. जबकि अमृत सिद्धि योग 27 और 30 मार्च को लगेगा. रवि योग 24, 26 व 29 मार्च को लगेगा और नवरत्रि के अंतिम दिन रामनवमी के दिन गुरु पुष्य योग भी रहेगा. स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि चैत्र नवरात्र का आरंभ अबकी बार बुधवार (Wednesday) को हो रहा है. इसी दिन से हिन्दू नववर्ष भी आरंभ भी हो जाएगा. इसी दिन से अनल तदुपरांत पिंगल नामक संवत भी शुरू होगा.
/ रजनीकांत