
मंडी, 09 मार्च . अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंडी की सांस्कृतिक संस्थाओं यूनाइटेड थिएटर विलेज एवं नृत्य तपस द्वारा भाषा एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में सम्मान समारोह एवं नाटयोत्सव का आयोजन स्थानीय एसवीएम स्कूल महाजन बाजार में किया गया. इस अवसर पर धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की. अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपने-अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया. जिनमें साहित्य में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली वरिष्ठ साहित्यकार रेखा वशिष्ठ, लोकगायिका, कवयित्री एवं अभिनेत्री रूपेश्वरी शर्मा, शिक्षाविद सोमा राणा, मीनू ठाकुर, समाजसेवी सरिता हांडा और कुमारी सुमन को शॉल टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर अपने संबोधन में विधायक चंद्रशेखर ने कहा कि महिलाएं मानवता, शक्ति और ऊर्जा की स्रोत होती हैं. उन्होंने कहा कि विश्व में कोई भी युद्ध हुआ है उसमें मां का आंचल ही उजड़ा है. उन्होंने कहा कि महिलाएं हर दौर में व्यवस्था की खामियों को झेलती हैं. उन्होंने कहा कि समाज में नशाखोरी का प्रचलन युवा पीढ़ी में बढ़ रहा है जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि मायें अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए नशे की बुराई के खिलाफ आगे आएं और अगली पीढ़ी को इससे बचानें का प्रयास करें. उन्होंने कहा कि साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में मंडी का अपना एक मुकाम रहा है.
उन्होंने कहा कि भले ही वे मंडी जिला से एकमात्र कांग्रेस के विधायक हैं मगर मंडी को कोई पीछे नहीं धकेल पाएगा. मंडी शहर में कला संस्कृति और रंगमंच को प्रोत्साहन दिया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी मंडी शहर में शिक्षा ग्रहण करते हुए नुक्कड़ नाटकों से जुड़े रहे हैं. मंडी परुानी विरासत को आगे ले जाने के साथ-साथ हिमाचल का सांस्कृतिक चेहरा भी है. प्रजामंडल और मुजारा आंदोलन में मंडी जिला का योगदान रहा है.
वहीं पर मंडी रियासत की सीमाओं को सुरक्षति रखने में सबसे मजबूत किला कमलाहगढ़ धर्मपुर क्षेत्र में ही है. जहां से वे विधायक चुनकर आए हैं. इस अवसर पर नृत्य तपस नाट्य अकादमी के कलाकारों ने कृष्ण लीला पर आधारित झूला नृत्य और अन्य शास्त्रीय नत्य की प्रस्तुतियां पंडित लतेश और उनकी शिष्याओं ने दी.
/मुरारी