
धमतरी, 13 मार्च .इन दिनों ऋतु संधि काल का मौसम चल रहा है. ठंड का माैसम अभी पूरी तरह से गया नहीं है और गर्मी का मौसम पूरी तरह से नहीं आया है. दिन में तेज धूप और गर्मी को अहसास होता है. रात में ठंड रहती है. इसलिए बीमारियों का संक्रमण हो रहा है. सावधानी आवश्यक है. लोग सर्दी, खांसी, बुखार, दस्त, चिकन पाक्स, उल्टी और मौसम संबंधी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. खानपान में सावधानी रखकर लोग संक्रमण से बच सकते हैं.
जिला अस्पताल धमतरी के सिविल सर्जन डा अरूण टोंडर का कहना है कि शीत ऋतु समाप्ति की ओर है और ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ होने वाला है. ऐसे संधि काल में बीमारियों का संक्रमण हाेता है. सर्दी, खांसी, डायरिया, चिकन पाक्स व अन्य वायरल इंफेक्शन होते हैं. इससे बचने अधिक ठंडी एवं बासी चीजों का सेवन न करें. ताजा चीजें खाए. तापमान बढ़ने के बाद लू और डिहाइड्रेशन से बचने का उपाय करना चाहिए. जिला अस्पताल के डा संजय वानखेड़े एमडी ने बताया कि बदलते हुए मौसम के समय अचानक से एकदम से कूलर नहीं चलाना है. ठंडी चीजें अधिक नहीं खाना है, क्योंकि इस मौसम में दिन में गर्मी और रात में ठंडी रहती है. इस मौसम में वायरल इंफेक्शन और एलर्जी की शिकायत होती है. बच्चों को घर का बना पौष्टिक आहार दें. गणपति हास्पिटल के संचालक डा जीएस ठाकुर का कहना है बाहर की चीजें न खाएं. नानवेज से परहेज करें. ताजी सब्जियां व फल खाएं. पानी का खास ध्यान रखें. इस मौसम में पानी के खराब होने के कारण लोग संक्रमण से ग्रसित हो जाते हैं.
कंसल्टेंट फीजियोथेरेपिस्ट डा राकेश साहू का कहना है कि गर्मी बढ़ने से शरीर के आंतरिक क्रियाओं में काफी बदलाव देखने को मिलते हैं.जैसे गर्मी के दिनों में शरीर के तापमान को कम करने के लिए जो पसीना आता है.इस पसीने के साथ शरीर के टाक्सिन के अलावा मिनरल्स भी बाहर निकल आते है, जिससे डिहाइड्रेशन, मांसपेशियों में अकड़न-जकड़न, थकान, सुस्तीपन आदि के लक्षण दिखाई देते हैं. इसका इलाज बराबर पानी पीते रहना है. साथ ही इलेक्ट्रोलाइट, फल, खट्टे फल आदि को अपने रूटीन में अपनाना चाहिए.
/ रोशन सिन्हा