



बेगूसराय (begusarai) , 14 मार्च . राष्ट्र प्रथम के मूल मंत्र पर चलने वाली इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी ना केवल पेट्रोलियम जरूरत को पूरा कर रही है. बल्कि, महिलाओं के प्रगति और विकास में निरंतर प्रयासरत रहती है.
इसी कड़ी में बरौनी रिफाइनरी की महिला कर्मचारियों ने डॉ. प्रज्ञा, डॉ. मित्तल जोगल, डॉ. अनामिका एवं डॉ. निहारिका के सहयोग से टाउनशिप में कार्यरत महिला ठेका श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें 50 से अधिक महिला श्रमिकों ने भाग लिया. उन्हें व्यक्तिगत स्वच्छता, महिलाओं से संबंधित रोग, टीबी के लक्षण और उसके इलाज पर विस्तृत जानकारी दी.
इस दौरान विभिन्न बीमारियों से संबंधित संकोच को दूर करने के साथ ही महिला ठेका श्रमिकों के बीच स्वच्छता किट का वितरण किया गया. इसके साथ ही रिफाइनरी टाउनशिप में स्थित जीविका की ”दीदी की रसोई” की महिलाओं को उनके बेहतरीन कार्य के लिए सम्मानित किया गया. इसके बाद ऑफिसर क्लब में महिला कर्मियों के योगदान और समर्पण के भावना की सराहना की गई.
ऑफिसर क्लब में कार्यक्रम का शुभारंभ बरौनी रिफाइनरी के कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर.के. झा ने किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आर.के. झा ने कहा कि इंडियन ऑयल महिलाओं को बेहतर कार्यस्थल, समान अवसर और अपनी प्रतिभा और मेहनत से आगे बढ़ने का अमूल्य अवसर प्रदान करता है. इंडियन ऑयल में वरिष्ठ पदों पर भी कई महिलाएं बेहतरीन प्रदर्शन कर कॉर्पोरेशन के विकास में योगदान दे रही है.
बरौनी रिफाइनरी में भी महिला कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों को सुविधापूर्ण और सुरक्षित कार्यस्थल प्रदान किया जाता है. इसके साथ ही बेगूसराय (begusarai) में गरीब परिवार की लड़कियों के लिए विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं. बछवाड़ा में 50 बायो-गैस प्लांट की स्थापना के साथ महिला किसानों को भी आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग प्रदान किया गया.
बेगूसराय (begusarai) न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रूम्पा कुमारी ने कहा कि इंडियन ऑयल महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने में सराहनीय कार्य कर रहा है. महिलाएं अगर अपने जीवन में कुछ लक्ष्य हासिल करना चाहती हैं तो अवसर मिलने का इंतजार नहीं करें, अवसर को ढूंढे और उसका लाभ उठाएं. अपने संवैधानिक अधिकारों के संबंध में जागरूक रहें और अपने कर्तव्यों का पालन करें. समाज में प्रचलित लैंगिक असमानता को मिटाने के लिए महिलाओं को कदम उठाने की जरूरत है.
कार्यपालक निदेशक (तकनीकी) सत्य प्रकाश ने कहा कि समाज की शक्तिशाली महिला होने के नाते आपको उन स्थानों पर नजर डालने की जरूरत है, जहां असमानता उच्च है. जिन बालिकाओं और महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए सहयोग की जरूरत है, उसके लिए निरंतर प्रयासरत रहने की जरूरत है. इनके सहयोग के लिए हम सब निरंतर समर्पित हैं. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईओओए के सचिव विनोद कुमार ने देश के विकास और उन्नति में महिलाओं के योगदान को रेखांकित किया.
बीटीएमयू के अतिरिक्त महासचिव संजीव कुमार ने महिला दिवस के ऐतिहासिक और वर्तमान परिदृश्य पर प्रकाश डाला तथा महिलाओं के विकास में और अधिक कार्य करने की बात कही. विप्स की ओर से धन्यवाद ज्ञापन करते हुए वरिष्ठ प्रबन्धक (कर्मचारी संबंध) मीनाक्षी ठाकुर ने कहा कि रिफाइनरी प्रबंधन महिलाओं की रिफाइनरी में बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए महिलाओं से संबंधित कल्याणकारी प्रावधानों पर काफी काम कर रही है. इस अवसर पर उन्होंने विप्स द्वारा आयोजित विभिन्न गतिविधियों पर प्रस्तुति दी.
इस दौरान राष्ट्रीय स्तर पर ताइक्वांडो में पदक जीतने वाली दीक्षा कुमारी एवं आशी शांडिल्य को भी सम्मानित किया गया. बरौनी रिफाइनरी विप्स के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाट्य भी प्रस्तुत किया गया. पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए अधिकारियों द्वारा पौधारोपण भी किया गया. इसके अलावा इंडियन ऑयल के विपणन कार्यालय, बॉटलिंग प्लांट और सीआईएसएफ इकाई की महिला कर्मचारियों के लिए संवाद का भी आयोजन किया गया.