जींद: प्रदेश में 4500 से ज्यादा पंचायतों ने ई-टेंडरिंग के तहत विकास कार्य शुरू किए: देवेंद्र बबली

पंचायत मंत्री को माला पहनाकर स्वागत करते ग्रामीण.

जींद, 9 मार्च . विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि प्रदेश में 4,500 से ज्यादा पंचायतों ने ई-टेंडरिंग के तहत विकास कार्य शुरू कर दिए हैं. उन्होंने अन्य पंचायतों से भी संबंधित प्रणाली के तहत कार्य करवाने का आग्रह किया. साथ में उन्होंने कहा कि गांव की जनता ने सरपंचों को विकास के लिए चुना है विनाश के लिए नही. उन्होंने कहा कि सम्बंधित प्रणाली में यदि कोई खामी या कोई परेशानी होगी तो सरकार द्वारा उसमें सुधार किया जाएगा. इस कार्यक्रम से भविष्य में ग्रामीण स्तर पर मजबूत एवं विकास परक व्यवस्था का आगाज होगा.

पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली वीरवार को गांव दनौदा खुर्द स्थित बाबा विचारपुरी धाम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए सरकार द्वारा क्रियान्वित नौ सूत्रीय कार्यक्रम के तहत विशेष ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है. इसमें गांवो दर गांवो लाइब्रेरी की स्थापना, पुराने सार्वजनिक भवनों का नवीनीकरण, ग्रामीण खेल स्टेडियम तथा ओपन जिम की व्यवस्था, पार्कों का निर्माण, तालाबों का सौंदर्यीकरण, गांवो की फिरनी को पक्का कर स्ट्रीट लाइट लगवाना, व्यामशालांए बनवाना, पंचायतों द्वारा जमीन उपलब्ध करवाने पर अत्याधुनिक सामुदायिक केंद्र का निर्माण करवाना शामिल है. इसके अलावा गांवों के स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पंचायत घरों, ग्राम सचिवालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित सभी सार्वजनिक स्थानों में समुचित बिजली सप्लाई एवं पेयजल की व्यवस्था करवाने पर सरकार का मुख्य फॉक्स है.

विकास एवं पंचायत मंत्री ने आगे कहा कि सभी ग्राम पंचायतें सरकार द्वारा जारी धनराशि को 31 मार्च तक विकास परियोजनाओं पर खर्च करना सुनिश्चित करें ताकि अन्य परियोजनाओं एवं विकास कार्यों के लिए नए वित्त वर्ष में अतिरिक्त धनराशि भेजी जा सके. उन्होंने ग्रामीणों से भी एकजुटता के साथ विकास कार्यों में सरकार एवं प्रशासन का सहयोग करने का अनुरोध किया. वही कार्यक्रम के अत: में विकास एवं पंचायत मंत्री ने बाबा विचार पुरी धाम के लिए 51 हजार रुपये की राशि सवेच्छिक कोस से देने की भी घोषणा की. कार्यक्रम में धाम के महंत महेश गिरी, कार्यक्रम के आयोजक बलकार फौजी दनौदा, सरपंच प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह, नरेश कुमार, मास्टर ज्ञानीराम, सुरेंद्र प्रधान, श्यामलाल, धर्मपाल उर्फ बल्ली, भगत प्रधान, संजू रानी, अमित नैन सहित ग्रामीण मौजूद रहे.

/ विजेंद्र