
ढाई सौ साल पुरानी परम्परा का पूरा गांव बनता है हिस्सा
हमीरपुर, 08 मार्च . हमीरपुर जिले के एक गांव में होलिका दहन के बाद हिन्दू पंचांग पढ़ने की अनोखी परम्परा आज भी कायम है. बुधवार (Wednesday) को रामजानकी मंदिर के महंत ने भारी जनसमूह के बीच हिन्दू पंचांग पढ़कर सुनाया. पंचांग सुनने के लिए आसपास के इलाकों से भी लोगों की भीड़ जुटी.
देश के किसी भी कोने में होली त्योहार पर हिन्दू पंचांग पढ़ने की परम्परा नहीं है लेकिन यहां बुन्देलखंड में हमीरपुर के एक ऐसे गांव में यह परम्परा ढाई सौ साल से भी ज्यादा पुरानी है जिसमें मंदिर के पुजारी (महंत) भारी जनसमूह के बीच हिन्दू पंचांग पढ़कर सुनाते है. हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के कुंडौरा गांव में हिन्दू पंचांग सुनने के लिए आसपास के तमाम इलाकों के लोग बड़े ही शिद्दत से मंदिर की चौखट में आते है. आज होली की परेवा के दिन कुंडौरा और इसके ईद गिर्द के तमाम इलाके से लोगों के बीच रामजानकी मंदिर के पुजारी रमाशंकर शुक्ला ने हिन्दू पंचांग पढ़ा.
बताया कि होलिका दहन के बाद इस समय शनि का उदय हो गया है. यह चार राशियों के जातकों को लाभान्वित करेगा. वृष राशि के जातकों के लिए तो समय बेहद शुभ है वहीं सिंह राशि के लिए भी ये साल शुभ साबित होगा. होलिका दहन के बाद यह वर्ष किसानों की फसलों के लिए शुभ साबित होगा. लेकिन फसलों के वाजिब दाम मिलने की कम उम्मीद है. दूध, घी व अन्य खाद्य सामग्री महंगे होंगे. महंत ने बताया कि यह साल किसानों और व्यापारियों के लिए बड़ा ही शुभ रहेगा. बाजार में उतार चढ़ाव रहेगा साथ ही
हिन्दू पंचांग पढ़ने की अनोखी परम्परा से बढ़ता सौहार्द
रामजानकी मंदिर के महंत रमाशंकर शुक्ला ने बताया कि होली पर्व पर सामूहिक रूप से मंदिर परिसर पर आए सभी गांव वालों के सामने हिन्दू पंचांग पढ़कर सुनाया जाता है. यह पूरे क्षेत्र की अनोखी परम्परा है जिसे सुनने और देखने आसपास के गांवों के लोग भी आते है. बताया कि अकेला कुंडौरा गांव ही ऐसा है जहां इस परम्परा का का निर्वहन हर साल हो रहा है. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अरविन्द प्रताप सिंह ने बताया कि इस अनोखी परम्परा के कारण गांव में आपसी सौहार्द बढ़ा है. गांव के सभी लोग बड़े ही शिद्दत से परम्परा का हिस्सा बनते है.
/पंकज