


अमृतसर (Amritsar) साहिब, 09 मार्च . देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार (Thursday) को सचखंड हरमंदिर साहिब में नतमस्तक हुए. उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में देग का प्रसाद चढ़ाया और गुरबानी कीर्तन सुना. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुद्वारा साहिब के लंगर हाल में पंगत में बैठकर लंगर प्रसाद भी खाया.
हरमंदिर साहिब दर्शन के दौरान ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को शिरोमणि कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा इस पवित्र स्थान के इतिहास, रीति-रिवाजों और सिख परंपराओं से अवगत कराया गया. दरबार साहिब के सूचना केंद्र में शिरोमणि कमेटी द्वारा राष्ट्रपति को विशेष रूप से सम्मानित भी किया गया. हरिमंदर साहिब में राष्ट्रपति के दर्शन के मौके पर शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी समेत अन्य सदस्य व अधिकारी मौजूद थे.
इस अवसर पर राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू ने सचखंड हरमंदिर साहिब के अपने अनुभव को सांझा करते हुए यात्रा पुस्तिका में लिखा, ‘मैं इस पवित्र स्थान पर आकर बहुत खुश हूं. सुंदर वास्तुकला और आध्यात्मिक शांति के साथ, यह पवित्र स्थान शांति और सद्भाव की भावना पैदा करता है. मैंने यहां देश की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की है. मुझे लंगर के दौरान सेवाकर्मियों को विशेष रूप से सेवा और भक्ति की भावना के साथ अथक परिश्रम करते हुए देखकर बहुत खुशी हुई. सिख गुरुओं की शिक्षाएं हमें भाईचारे और एकता का अभ्यास करने के लिए प्रेरित करती है.”
इस दौरान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में अध्यक्ष हरजिंद्र सिंह धामी ने राष्ट्रपति को एक मांग पत्र भी सौंपा, जिसमें उन्होंने बंदी सिंहों को रिहाई की मांग की. इसके अतिरिक्त धामी ने राष्ट्रपति से मांग की कि हरियाणा (Haryana) के गुरुद्वाराों का प्रबंधन भी शिराेमणि गुरूदारा प्रबंधक कमेटी को ही दिया जाए.