होली का पर्व ऊंच-नीच और आपसी भेदभाव खत्म करता है: प्रीतम सिंह

विश्व संवाद केंद्र के होली मिलन समारोह में संबोधित करते मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) मेरठ (Meerut)  प्रांत के सह प्रांत प्रचार प्रमुख व विश्व संवाद केंद्र मेरठ (Meerut)  के प्रतिनिधि प्रीतम सिंह व मुख्य अतिथि के प्रोफेसर हरेंद्र सिंह को स्मृति चिन्ह देते अतिथि.
विश्व संवाद केंद्र के होली मिलन समारोह में संबोधित करते मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) मेरठ (Meerut)  प्रांत के सह प्रांत प्रचार प्रमुख व विश्व संवाद केंद्र मेरठ (Meerut)  के प्रतिनिधि प्रीतम सिंह व मुख्य अतिथि के प्रोफेसर हरेंद्र सिंह को स्मृति चिन्ह देते अतिथि.
विश्व संवाद केंद्र के होली मिलन समारोह में संबोधित करते मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) मेरठ (Meerut)  प्रांत के सह प्रांत प्रचार प्रमुख व विश्व संवाद केंद्र मेरठ (Meerut)  के प्रतिनिधि प्रीतम सिंह व मुख्य अतिथि के प्रोफेसर हरेंद्र सिंह को स्मृति चिन्ह देते अतिथि.

विश्व संवाद केंद्र ने मनाया पत्रकार होली मिलन समारोह

होली हमारी सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक एवं भारतीयता का प्रतीक : प्रो. हरेंद्र सिंह

मुरादाबाद (Moradabad) 12 मार्च . विश्व संवाद केंद्र के तत्वावधान में कचहरी स्थित आई एम ए हाल में रविवार (Sunday) को पत्रकार होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया.

होली मिलन समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में डीपीएम इंस्टीट्यूट मेरठ (Meerut) के निदेशक व प्राचार्य प्रख्यात स्तंभकार प्रोफेसर हरेंद्र सिंह, मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) मेरठ (Meerut) प्रांत के सह प्रांत प्रचार प्रमुख व विश्व संवाद केंद्र मेरठ (Meerut) के प्रतिनिधि प्रीतम सिंह, कार्यक्रम अध्यक्ष उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) राज्य बाल अधिकार आयोग के पूर्व चेयरमैन डॉ विशेष गुप्ता, कार्यक्रम संयोजक आरएसएस के विभाग प्रचार प्रमुख पवन जैन ने दीप प्रज्वलित कर किया.

मुख्य वक्ता प्रीतम सिंह ने कहा कि होली ऊंच-नीच और आपसी भेदभाव खत्म करती है. उन्होंने कहा कि होली जैसे त्यौहार प्रेम, सद्भाव का संदेश देते हैं. उन्होंने सभी से एकजुटता बनाए रखने का आह्वान किया.

मुख्यातिथि डॉ. हरेन्द्र सिंह ने कहा कि होली का त्यौहार हमारी सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक एवं भारतीयता का प्रतीक है. होली का पर्व भारत में 2400 वर्षों से अधिक समय से मनाया जा रहा है. देश की छवि प्रस्तुत करने में पत्रकार की लेखनी की बहुत बड़ी भूमिका है और आप बखूबी अपनी भूमिका निभा रहे हैं.

कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. विशेष गुप्ता ने कहा कि होली मात्र एक धार्मिक त्योहार ही नहीं है यह ऋतु परिवर्तन, नई फसल के आगमन पर उत्साह एवं उल्लास का सूचक, सामाजिक समरसता, ऊँच-नीच का भेद समाप्त कर भाई-चारा एवं हमारी संस्कृति को जीवंत रखने का पर्व है.

कार्यक्रम संयोजक पवन जैन ने कहा कि भारतीय संस्कृति की खूबसूरत (Surat)ी विविधता है होली पर्व भारत के विभिन्न प्रदेशों में होली को अलग-अलग स्वरूपों के साथ मनाया जाता है, होली उत्सव भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का यानि वर्ष परिवर्तन एवं ऋतु परिवर्तन, शीत से उष्ण की ओर ले जाने का द्योतक है.

इस अवसर पर दुष्यंत बाबा, श्रीकृष्ण शुक्ल एवं डॉ. मनोज रस्तोगी ने हास्य व्यंग की कविताओं से सदन को ठहाकों से गुंजा दिया. सरस्वती वन्दना का पथ डॉ. प्रेमवती उपाध्याय द्वारा किया गया.

कार्यक्रम सह संयोजक संजीव चौधरी ने आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार डॉ. मनोज रस्तोगी ने किया. कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम के साथ किया गया.

इस अवसर पर विश्व संवाद केंद्र के कार्यकर्ता हरिमोहन गुप्ता, प्रशांत मिश्रा, स्पर्श गुप्ता, डॉ सत्यवीर सिंह, डॉ. मुदित सिंघल, सचिन कुमार, सहित महानगर के सभी प्रमुख समाचार पत्र-पत्रिकाओं, चैनल, पोर्टल एवं एजेंसियों के वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित रहे.

/ निमित जायसवाल