हिसार : श्री गुरु जम्भेश्वर मंदिर में हुआ हवन का आयोजन

हवन में आहुति डालते बिश्नोईजन

हिसार, 08 मार्च . निकतटवर्ती गांव रावतखेड़ा के गुरु जम्भेश्वर भगवान साथरी मंदिर में होली के बाद फाग के दिन हवन किया गया. इस दौरान गुरु जम्भेश्वर भगवान के 120 शब्दों का पाठ किया गया. इसमें काफी संख्या में ग्रामीणों में भाग लिया.

बिश्नोई चेतना मंच के तहसील अध्यक्ष भादर सिंह बिश्नोई ने बताया कि बिश्नोई समाज में हवन यज्ञ करने की यह परंपरा सतयुग से चलती आ रही है. बिश्नोई समाज को प्रहलाद पंथी माना गया है. सतयुग में नरसिंह भगवान ने प्रहलाद को वचन दिया था कि इस समय सतयुग में तुम्हारे साथ पांच करोड़ अनुयायियों का उद्धार होगा. त्रेतायुग में राजा हरीश चन्द्र के साथ सात करोड़ का, द्वापर युग में राजा युधिष्ठिर के साथ नौ करोड़ का तथा कलयुग में विष्णु भगवान स्वंय अवतार लेकर 12 करोड़ अनुयायियों का उद्धार करेंगे.

अपने इस वचन को पूरा करने के लिए विष्णु भगवान ने गुरु जंभेश्वर के रूप में अवतार लिया और बिश्नोई पंथ की स्थापना की. गुरु महाराज ने 29 नियम बनाए और 120 शब्दों की वाणी कही, जिससे मानव का कल्याण होता है और वह भवसागर से पार होता है.

इस अवसर पर आए हुए श्रद्धालुओं ने हवन में आहुति डाली और आरती भजन व साखी से मंदिर को गुंजायमान किया.

/राजेश्वर/सुमन