

लखनऊ (Lucknow) कनेक्शन वर्ल्डवाइड फेसबुक पेज की ओर से हुआ होली पर कार्यक्रम
लखनऊ (Lucknow), 12 मार्च . लखनऊ (Lucknow) कनेक्शन वर्ल्डवाइड फेसबुक पेज की ओर से गोमती नगर स्थित उर्दू अकादमी ’तरंग’ कार्यक्रम का आयोजन किया. होली मिलन के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में अवध के आखिरी नवाब जाने आलम वाजिद अली शाह और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बेगम हजरत महल की ग्रेट ग्रेट ग्रैन्डडाॅटर मोहतरमा मन्जिलात फातिमा ने बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया. साथ में कोलकाता (Kolkata) से उनके छोटे भाई कामरान मिर्जा भी कार्यक्रम का हिस्सा बने. समूह के मुख्य एडमिन सुनील मिश्र, अनिल शुक्ला, राजीव सक्सेना, ध्रुव खरे और प्रदीप ने इस अवसर पर ’मेरे पहले प्यार की खुशबू’ पुस्तक का लोकार्पण किया. लखनऊ (Lucknow) दूरदर्शन केंद्र की कार्यक्रम अधिकारी रमा अरूण त्रिवेदी, लखनऊ (Lucknow) आकाशवाणी केंद्र की निदेशक मीनू खरे, सुमोना पाण्डे, संजय पांडे की उपस्थित में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ.
इसके बाद हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में फूलों की होली और फगुआ तरंग का प्रारंभ गायिका इन्दु सारस्वत के गायन से हुआ, जिसमें सुषमा प्रकाश कविता सिंह, सविता चौधरी, अपर्णा सिंह, निवेदिता श्रीवास्तव, रश्मि मिश्रा, अरविंद मिश्रा, नूतन वशिष्ठ, नीरजा शुक्ला, अर्चना त्रिपाठी, ज्योति किरन रतन, सुमोना, अनीता श्रीवास्तव, शशि खरे, नवीत जफा ने भी गायन एवं नृत्य कर सभी को होली के रंग में झुमाया.
मधु श्रीवास्तव और अनुपमा श्रीवास्तव के संयोजन में भावनी श्रीवास्तव की गणेश वंदना के पश्चात् सान्वी,अवनी भाटिया, संचिता बेरा, मीमांसा कृष्ण, आध्या चंद्रा, चारवी, काव्या शर्मा, प्राची, तेजस्वनी, अन्विका, अनीशा जैन, जिनिशा जैन, सुमन वर्मा, दिमाइरा समूह नृत्य प्रस्तुत किया. लोक गीतों की छटा बिखेरी देवी गीत… फूलन तेरो सिंगार, सोहर… अदरक के लड्डू चरपरे रे, मेला गीत… मन मेरा बैलगाड़ी में उजाला है, होली गीत… मत मारो ड्रेगन की चोट, रसिया होली में मोहे लग जाएगी.
डॉ. प्रभा ने झुकी झुकी सी नजर, तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, फिर झिड़ी रात बात फूलो की प्रदीप अली सिंगर- ने दमदम मस्त कलंदर, छाप तिलक गाया. निधि सिंह ने झूम झूम बाबा.., रश्मि और अरविंद नेयुगल गीत गाया. अश्विनी कुमार ने कभी कभी मेरे दिल में, आने वाला पल, छूर मेरे मन को किया, कहीं दूर जब ढल जाए, कजरा मुहब्बत वाल और रश्मि त्रिपाठी ने सैंया झूठो का बड़ा सरताज निकला…. गाकर सबकी तालियां पाई. डॉ. आलोक दीक्षित व अर्चना ने युगल गीत प्रस्तुत किए.
/शैलेंद्र