
-प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप का उद्देश्य शोध को और गुणवत्तापरक बनाना
वाराणसी (Varanasi) ,13 मार्च . काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चार शोधार्थी प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री शोध अध्येतावृत्ति के जनवरी 2023 चरण के लिए चयनित हुए हैं. चयनित होने वाले शोधार्थियों में विज्ञान संस्थान के तहत भौतिकी विभाग के ताज कुमार तथा भौमिकी विभाग के प्रवीन कुमार कनौजिया, राजीव कुमार पाण्डेय एवं विपिन कुमार शामिल हैं. सोमवार (Monday) को यह जानकारी विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी ने दी.
जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2018-19 के आम बजट में घोषित प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप का उद्देश्य शीर्ष उच्च शिक्षण संस्थानों में शोध को और गुणवत्तापरक बनाना है.प्रतिभावान शोधार्थियों को प्रोत्साहित करना है. प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप देश के सभी आईआईटी, आईसर, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरू (Bengaluru) तथा विज्ञान व प्रौद्योगिकी की डिग्री मुहैया कराने वाले चुनिंदा शीर्ष केन्द्रीय विश्वविद्यालय उपलब्ध कराते हैं. बीएचयू में प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप की समन्वयक डॉ. मौशुमी मुत्सुद्दी ने चयनित शोधार्थियों को बधाई दी है. उन्होंने भरोसा जताया कि अगले चरण में विश्वविद्लाय से चयनित होने वाले शोधार्थियों की संख्या में इज़ाफा देखने को मिलेगा. गौरतलब हो कि इस योजना में चयनित होने वाले शोधार्थियों को आकर्षक अध्येतावृत्ति राशि तथा अनुसंधान अनुदान प्राप्त होता है. शुरुआती दो वर्षों में शोधार्थियों को 70 हजार रुपये प्रति माह, तीसरे वर्ष में 75 हजार रुपये प्रति माह तथा चौथे व पांचवे वर्ष में 80 हजार रुपये प्रतिमाह की राशि प्राप्त होती है. अध्येतावृत्ति के दौरान एक शोधार्थी पांच वर्ष तक दो लाख रुपये प्रतिवर्ष (कुल दस लाख रुपये) का अनुसंधान अनुदान भी प्राप्त कर सकता है.
/श्रीधर