
कानपुर, 11 मार्च . रवी सीजन की फसलें लगभग पक चुकी हैं और आने वाले दिनों में जल्द ही इनकी कटाई व मड़ाई तेज हो जाएगी. इसके बाद जायद की फसलों का उत्पादन करने के लिए किसानों को तैयार होना पड़ेगा. जायद में उर्द और मूंग की ऐसी फसलें हैं, जिसके जरिए किसान अधिक उत्पादन कर लाभान्वित हो सकते हैं. इन दलहनी फसलों में जैव उर्वरकों के प्रयोग करने से पचीस प्रतिशत तक वृद्धि होती है. यह बातें शनिवार (Saturday) को सीएसए के मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान ने कही.
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के दलहन अनुभाग द्वारा ग्राम तरी पाठकपुर विकासखंड चौबेपुर में एक जायद दलहन की गोष्ठी आयोजित की गई. इस अवसर पर मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान ने किसानों को फसल बुवाई पूर्व मृदा परीक्षण के बारीकियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. दलहन वैज्ञानिक डॉ मनोज कटियार ने दलहन फसलों जैसे-मूंग, उर्द आदि की उन्नतशील प्रजातियों के बारे में विस्तार से किसानों को बताया. उन्होंने मूंग की उन्नतशील प्रजातियां श्वेता, विराट, शिखा, आईपीएम 2-3, कनिका एवं उर्द की शेखर-1, शेखर-2, आई पी यू 13-1, आईपीयू 11-2 आदि के बारे में किसानों को जानकारी दी. इस अवसर पर उप निदेशक बीज प्रमाणीकरण संस्था कानपुर (Kanpur) डॉ मुख्तयार सिंह ने किसान भाइयों को बीज उत्पादन तकनीक एवं बीज प्रमाणीकरण विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
डॉ मुख्त्यार सिंह ने उर्द एवं मूंग फसलों में लगने वाले कीट एवं रोग प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा किसानों द्वारा पूछे के विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का उत्तर दिया. शस्य विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ डी.डी. यादव ने किसानों को उर्वरक प्रबंधन के विषय में बताया. उन्होंने कहा कि किसान भाई हमेशा दलहनी फसलों में संतुलित उर्वरक प्रबंधन अवश्य करें.
डॉक्टर (doctor) हरिश्चंद्र ने खाद्यान्न फसलों के बारे में किसानों को जानकारी से अवगत कराया. कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम के मलखान सिंह ने की. जबकि मुख्य अतिथि उपनिदेशक बीज प्रमाणीकरण संस्था कानपुर (Kanpur) डॉक्टर (doctor) मुख्तियार सिंह उपस्थित रहे. कार्यक्रम में उपस्थित कार्यक्रम अध्यक्ष ने किसानों से अपील की है कि वे वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई तकनीकों को अपनाएं, जिससे हुए अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकें. कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ खलील खान द्वारा किया गया. इस अवसर पर विजय सिंह चंदेल, सुरेश सिंह कमलकांत, राजेश पाल एवं कृष्ण पाल सिंह सहित सहित क्षेत्र के एक सैकड़ा से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया.
/महमूद