
वाराणसी (Varanasi) ,14 मार्च . अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिव्यांग प्रकोष्ठ भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार (Tuesday) को दिव्यांग महिलाओं को शक्ति स्वरूपा मान कर उन्हें सम्मानित किया. रविन्द्रपुरी स्थित प्रेमा देवी सभागार में प्रो. मंगला कपूर (एसिड अटैक पीड़िता) पूर्व प्रोफेसर काशी हिंदू विश्वविद्यालय, राज्य पुरस्कार से सम्मानित मुन्नी कसेरा (दृष्टिबाधित) शिक्षक प्राथमिक विद्यालय, राज्य पुरस्कार विजेता वंदिता चौबे (अस्थि दिव्यांग),राज जोशी (अस्थि दिव्यांग) कंप्यूटर ऑपरेटर, नगर निगम, सावित्री देवी (अस्थि दिव्यांग) आंगनवाड़ी कार्यकत्री को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि सदस्य, महिला आयोग, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार मीना चौबे ने कहा कि दिव्यांग बहनों को सम्मानित कर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं, सरकार दिव्यांगजन विशेषकर दिव्यांग बहनों के उत्थान के लिए कटिबद्ध है. यदि दिव्यांग बहनों के उत्पीड़न की शिकायत मिलती है तो उस पर त्वरित कार्यवाही की जाती है. प्रकोष्ठ के प्रदेश समन्वयक डॉ. उत्तम ओझा ने कहा कि हमारी संस्कृति में महिलाओं को शक्ति स्वरूपा माना गया है . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की प्रेरणा से काशी में इस तरह का सम्मान समारोह पहली बार आयोजित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी खुद दिव्यांग बहनों के प्रति बहुत ही संवेदनशील हैं. कार्यक्रम में प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष,समाज सेविका डॉ. श्वेता चौरसिया, भावेश सेठ, डॉ. मनोज तिवारी, ओम तिवारी, कैलाश कपूर, रोहित यादव, निकिता आदि ने भी भागीदारी की.
/श्रीधर