उप्र में एक हजार करोड़ से अपग्रेड होंगे परिषदीय विद्यालय

उप्र में एक हजार करोड़ से अपग्रेड होंगे परिषदीय विद्यालय

-हर विकास खंड में एक परिषदीय विद्यालय को अपग्रेड करेगी योगी सरकार

-तीन वर्षों में प्रदेश के लगभग चार हजार विद्यालयों को अपग्रेड किए जाने का लक्ष्य

-प्रथम चरण में 700 विद्यालय होंगे अपग्रेड, प्रत्येक विद्यालय में होगी 450 छात्रों की क्षमता

-राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप छात्र-छात्राओं का समावेशी एवं कौशल विकास होगा प्रमुख लक्ष्य

लखनऊ (Lucknow), 12 मार्च . उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों को अपग्रेड करने का निर्णय लिया है. इसके लिए राज्य सरकार (State government) एक हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी. प्रथम चरण में प्रदेश के 700 विद्यालय अपग्रेड होंगे.

योगी सरकार ने हालिया प्रस्तुत आम बजट 2023-24 में शिक्षा विभाग के लिए 2000 करोड़ रुपये की धनराशि देने का प्रावधान किया है. इसमें बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों के लिए एक हजार करोड़ रुपये से प्रत्येक विकास खंड में एक-एक (कुल 880) मुख्यमंत्री (Chief Minister) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों को विकसित किया जाएगा. योगी सरकार की मंशा आगामी तीन वर्षों में लगभग 4000 (प्रत्येक विकास खंड में 4-5) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों को विकसित करने की है. इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्ययोजना बना ली है, जिस पर आगे की कार्यवाही की जा रही है.

प्री प्राइमरी से लेकर कक्षा 8 तक के इन विद्यालयों को अपग्रेड कर योगी सरकार न सिर्फ प्रत्येक छात्र (student) तक उत्तम शिक्षा पहुंचाने का प्रयास कर रही है, बल्कि उन्हें विद्यालय में वे सभी सुविधाएं भी मुहैया कराने का उद्देश्य है जिसकी मदद से उनका कौशल विकास हो सके और वे बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें.

प्रथम चरण में 704 परिषदीय विद्यालयों को किया जाएगा अपग्रेड

महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद के अनुसार बजट में किए गए इस प्रावधान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण विकासखंड से जगह की उपलब्धता, व्यवहारिकता एवं महत्तम सामाजिक लाभ के दृष्टिगत प्रत्येक विकासखंड से एक कंपोजिट विद्यालय का पारदर्शितापूर्ण चयन किया जाएगा. इन विद्यालयों को तय मानकों के अनुरूप अपग्रेड किया जाएगा और मुख्यमंत्री (Chief Minister) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय का दर्जा प्रदान किया जाएगा. प्रत्येक कंपोजिट विद्यालय में लगभग 1.42 करोड़ रुपये से अवस्थापना सुविधाओं को अपग्रेड किए जाने का प्रावधान किया गया है. इस प्रकार से प्रथम चरण में बेसिक शिक्षा विभाग के लिए आवंटित बजट 1,000 करोड़ रुपये से लगभग 704 परिषदीय विद्यालयों को मुख्यमंत्री (Chief Minister) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जाएगा.

प्रत्येक विद्यालय में होंगे 450 छात्र-छात्राएं

मुख्यमंत्री (Chief Minister) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के अंतर्गत पहले से संचालित परिषदीय कंपोजिट विद्यालयों में आधुनिक सुविधाओं के साथ ग्रेड लर्निंग कांसेप्ट के आधार पर अपग्रेड किया जाएगा. इन विद्यालयों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप बच्चों का समावेशी एवं कौशल विकास को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा. इन विद्यालयों के अपग्रेडेशन के बाद प्री-प्राइमरी से कक्षा-8 के लिए प्रति वर्ग पृथक-पृथक कक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. प्रत्येक विद्यालय को लगभग 450 छात्र-छात्राओं की क्षमता के साथ विकसित किया जाएगा. इन विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण बौद्धिक विकास को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा एवं बेहतर शैक्षणिक परिवेश के लिए तैयार किया जाएगा, जहां पहले से निर्मित समस्त सुविधाओं एवं कक्षा का सुदृढ़ीकरण करते हुए जल एवं स्वच्छता संबंधी अवस्थापना सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा.

इन सुविधाओं से लैस होंगे मुख्यमंत्री (Chief Minister) अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय

1. पांच कक्षों से युक्त अभ्युदय ब्लॉक, जहां होंगे :-

एक साथ बैठकर पुस्तकें पढ़ने के लिए समर्पित एवं समृद्ध बाल मैत्रिक फर्नीचरयुक्त पुस्तकालय.

-लैंग्वेज लैब की सुविधा के साथ कंप्यूटर लैब.

-रोबोटिक्स लर्निंग, विज्ञान एवं गणित विषयों के लिए मॉड्यूलर कम्पोजिट प्रयोगशाला.

-डिजिटल लर्निंग के लिए इंटरएक्टिव डिस्प्ले बोर्ड एवं वर्चुअल कनेक्टिविटी के साथ स्मार्ट क्लास.

-शौचालय सुविधा के साथ स्टाफ रूम.

2. बाल वाटिका.

3. पोषण वाटिका.

4. वाई-फाई एवं ऑनलाइन सीसीटीवी सर्विलांस.

5. बाल सुलभ फर्नीचर एवं मॉड्यूलर डेस्क-बेंच.

6. सुरक्षा कर्मी एवं सफाई कर्मी की तैनाती.

7. खेल का मैदान व ओपन जिम के साथ मल्टीपल एक्टिविटी हॉल.

8. सोलर पैनल एवं वर्षा जल संचयन इकाई की स्थापना.

9. आरओ एंड यूवी वॉटर प्लांट, मिड-डे-मील किचन व डायनिंग हॉल, वॉशिंग एरिया, मल्टीपल हैंडवाशिंग यूनिट की इंटीग्रेटेड व्यवस्था.

10. आधुनिक अग्निशमन यंत्र.

/पीएन द्विवेदी