नई दिल्ली (New Delhi) . पिछले साल सीमा पर तनाव के चलते कूटनीतिक संबंधों में खटास आने के बावजूद चीन भारत का सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर बना रहा. ऐसा इसलिए हुआ कि भारत में हेवी मशीनरी की जरूरत का बड़ा हिस्सा आयात से पूरा होता है. कॉमर्स मिनिस्ट्री के प्रोविजनल आंकड़ों के मुताबिक, 2020 में दोनों देशों के बीच 77.7 अरब डॉलर (Dollar) का व्यापार हुआ जो 2019 में 85.5 अरब डॉलर (Dollar) का था.
पिछले साल भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार अमेरिका रहा है. उसके साथ पिछले साल 75.9 अरब डॉलर (Dollar) का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था. इसकी वजह कोविड-19 (Covid-19) के चलते अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सुस्ती रही. पिछले साल चीन से कुल 58.7 अरब डॉलर (Dollar) का इंपोर्ट हुआ जो अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात दोनों से हुए आयात से ज्यादा था. संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है.
चीन को निर्यात में पिछले साल हुई 11 फीसदी की बढ़ोतरी
जहां तक चीन को निर्यात की बात है तो पिछले साल उसमें 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. 2020 में पड़ोसी मुल्क को 19 अरब डॉलर (Dollar) का निर्यात किया गया था. ऐसे में अगर आगे कभी दोनों देशों में तनाव बढ़ा तो भारत को निर्यात से होने वाली कमाई में कमी आएगी.