गुवाहाटी, 27 अक्टूबर . अपनी पार्टी के विपक्षी इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं होने के बावजूद, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) पार्टी के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन को अपना समर्थन देते हुए कहा कि इस संबंध में एक औपचारिक पत्र बहुत जल्द सौंपा जाएगा.

एआईयूडीएफ हमेशा इंडिया गठबंधन में शामिल होने के लिए उत्सुक था. हालांकि, कांग्रेस ने उनके शामिल होने का कड़ा विरोध किया. असम में, कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के गठन से बहुत पहले 11 अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन किया था. लेकिन, एआईयूडीएफ वहां जगह बनाने में नाकाम रही.

असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोहरा अजमल के कट्टर आलोचक हैं. उन्होंने बार-बार कहा था कि कांग्रेस भविष्य में एआईयूडीएफ के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी. हाल ही में राहुल गांधी ने एआईयूडीएफ पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अजमल की पार्टी को इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं किया जाएगा.

इस मौके पर अजमल ने भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्षी गठबंधन को अपना समर्थन देने की घोषणा की. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस की आलोचना भी की है.

अजमल ने पत्रकारों से कहा, ”असम में कांग्रेस एआईयूडीएफ के समर्थन के बिना सीटें नहीं जीत सकती. 11 अन्य राजनीतिक दलों के साथ उनका गठबंधन लोकसभा चुनाव तक चलेगा.” एआईयूडीएफ नेता ने कांग्रेस पर मुसलमानों के लिए पर्याप्त काम नहीं करने का भी आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, “सरकार में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान कांग्रेस ने मुस्लिम समुदाय के लिए कुछ नहीं किया. जब तरुण गोगोई असम के मुख्यमंत्री थे, तो पूरे राज्य में डिटेंशन कैंप खोले गए थे.”

अजमल ने दावा किया कि मुसलमान कांग्रेस पार्टी की राजनीति को समझ गए हैं और वे अगले लोकसभा चुनाव में उन्हें वोट नहीं देंगे.

एफजेड/एबीएम