अनुपम खेर ने बंगाल में हिंसा की तुलना की कश्मीर से, अमर्त्य सेन पर सवाल को टाला

Anupam kher

कोलकाता (Kolkata) , 13 मार्च . दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल (West Bengal) पहुंचे वरिष्ठ फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने सोमवार (Monday) को बीरभूम के विश्व भारती विश्वविद्यालय में संबोधन किया. यहां उन्होंने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हिंदू समुदाय के खिलाफ होने वाली हिंसा की तुलना कश्मीरी पंडितों पर हुए हमले से की. अनुपम ने कहा कि हिंसा की ये घटनाएं उन्हें दुखी करती हैं. बीरभूम के विश्वबारती विश्वविद्यालय में कुलपति विद्युत चक्रवर्ती द्वारा शुरू किए गए लेक्चर सीरीज में संबोधन करने पहुंचे अनुपम खेर ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री से उनका नाता बहुत पुराना है. इस इंडस्ट्री में कई ऐसे लोग हैं जो वास्तव में काम करते हैं जबकि कई ऐसे भी हैं जो केवल बातें बनाते हैं.

खेर ने कहा कि 38 सालों के फिल्मी कैरियर में मैंने 534 फिल्में की है. लेकिन जो लोग केवल बातें बनाते हैं उनका जीवन केवल बात बनाने में ही कट जाता है. बंगाल में हिंसा का जिक्र करते हुए अनुपम खेर ने कहा कि कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर के जन्मस्थल पर इस तरह की हिंसा की घटनाएं उन्हें बेहद दुखी करती हैं. ऐसी हिंसा की घटनाओं की वजह से पांच लाख कश्मीरी पंडितों को अपना घर बार छोड़कर भागना पड़ा था. कश्मीर जो पूरी दुनिया में बेहद ही खूबसूरत (Surat) जगह के तौर पर परिचित था लेकिन वहां हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं की वजह से कश्मीर की आत्मा दुखी है. उसी तरह की घटनाएं यहां भी हो रही हैं जो उचित नहीं है. उन्होंने विश्व भारती विश्वविद्यालय में मौजूद छात्रों और अन्य विशिष्ट जनों से ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया. उन्होंने मीडिया (Media) से भी इसमें भागीदार बनने को कहा है.

ऑस्कर विजेताओं को दी शुभकामनाएं

इसके अलावा अनुपम खेर ने ऑस्कर में जीतने वाले दक्षिण भारत के अभिनेता अभिनेत्रियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि टॉलीवुड सितारों ने देश के लिए ऑस्कर जीता है जो बहुत ही बड़े सम्मान की बात है.

उल्लेखनीय है कि सोमवार (Monday) को जब वह विश्व भारती विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे थे तो इस तरह की संभावना थी कि उन्हें घुसने से रोका जाएगा था विरोध प्रदर्शन होंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के शयनकक्ष में गए, जहां गुरुदेव बैठकर काम करते थे वहां भी गए और बाद में लिपिका भवन में संबोधित किया. उसके बाद उन्होंने मीडिया (Media) से भी बात की. /ओम प्रकाश