
-चावल आधारित अनुसंधान एवं खाद्य-सुरक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों का लिया जायजा
-अत्याधुनिक सेवाओं से लैस प्रयोगशालाओं का भी किया अवलोकन
वाराणसी (Varanasi) , 13 मार्च . उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कृषि विकास एवं ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ल्ड बैंक (Bank) एवं उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम वाराणसी (Varanasi) में मौजूद है. टीम के सदस्य सोमवार (Monday) को चांदपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र (ईरी) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र में पहुंचे. केन्द्र में टीम ने स्थापित विभिन्न उच्च-तकनीकी सेवाओं का भी जायजा लिया एवं केंद्र में क्रियाशील अनुसंधान एवं नवाचार से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्राप्त की.
इस भ्रमण से पहले डॉ. पंजाब (Punjab) सिंह, कुलपति, रानी लक्ष्मीबाई कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी ने वर्ल्ड बैंक (Bank) एवं कृषि अधिकारियों से प्रदेश में कृषि से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया. उन्होंने प्रदेश की कृषि व्यवस्था की चर्चा करते हुए सतत विकास की दिशा में स्मार्ट कृषि, कार्बन उत्सर्जन, जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की.
इसके बाद, टीम ने केंद्र में उपलब्ध विभिन्न उच्च- तकनीकी प्रयोगशालाओं एवं अनुसंधान सेवाओं का भी अवलोकन किया और चावल अनुसंधान और खाद्य-सुरक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की भी जानकारी प्राप्त की. केंद्र में खाद्य और पोषण सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरणीय फुटप्रिंट या प्रभाव को कम करते हुए उच्च उपज प्राप्त करने पर कई कार्य किये जा रहे हैं. संस्थान चावल आधारित खाद्य प्रणालियों के उत्पादन में वृद्धि,कौशल विकास कार्यक्रमों,चावल आधारित मूल्य वर्धित उत्पादों के विकास में भी क्रियाशील है.
भ्रमण के बाद वर्ल्ड बैंक (Bank) के सदस्यों, प्रदेश सरकार के अधिकारियों एवं अंतराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कृषि से जुड़ी चुनौतियों, कृषि को विकसित करने, छोटे-किसानों की अर्थ-व्यवस्था को सबल बनाने, जलवायु परिवर्तन का खेती पर प्रभाव आदि विषयों पर चर्चा में भाग लिया. सत्र में डॉ. सुधांशु सिंह ने अंतराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान- दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला. साथ ही उन्होंने चावल आधारित खाद्य प्रणाली को सुदृढ़ बनाने हेतु संस्थान द्वारा किये जा रहे प्रयासों में प्रदेश सरकार एवं वर्ल्ड बैंक (Bank) से सहयोग की अपेक्षा की.
सत्र के दौरान, कृषि अधिकारियों एवं वर्ल्ड बैंक (Bank) की टीम ने किसान उत्पादक संस्थान के सदस्यों से वार्ता की. इसके बाद टीम ने केंद्र में स्थित चावल मूल्यवर्धन के लिए क्रियाशील प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिकों द्वारा कालानमक एवं अन्य सुगंधित चावलों से तैयार किये जा रहे बिस्किट, म्युस्ली, पफ्ड राइस, आइसक्रीम आदि उत्पादों के बारे में भी जानकारी ली.
इसके साथ ही टीम ने संस्थान के फार्म क्षेत्र में स्थित शोध प्रयोगशालाओं का भी अवलोकन किया. टीम का नेतृत्व सचिव, कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार अनुराग यादव ने किया. इसमें डॉ. मुकेश गौतम, डॉ. आर.एस. राठौड़ सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे. वर्ल्ड बैंक (Bank) की टीम का नेतृत्व विनायक नारायण घटाटे, वरिष्ठ विशेषज्ञ, ग्रामीण विकास एवं टास्क टीम लीडर ने किया.
/श्रीधर